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निगेटिविटी, फिल्म बॉयकॉट, इन सबसे कैसे डील करते हैं Akshay Kumar, एक्टर ने बताया

नेगेटिविटी से किस तरह आप डील करते हैं? इसपर अक्षय कुमार ने कहा, "हर किसी को अधिकार है, वह अपनी मर्जी से कुछ भी लिख सकता है. सभी के पास बोलने की आजादी है, लिखने की आजादी है, वह लिख सकते हैं."

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अक्षय कुमार
अक्षय कुमार

Akshay Kumar boycott Raksha Bandhan: बॉलीवुड के खिलाड़ी, अक्षय कुमार (Akshay Kumar) की फिल्म 'रक्षाबंधन' 11 अगस्त को थिएटर्स में रिलीज होने वाली है. फिल्म को लेकर काफी बवाल चल रहा है. लोग ट्विटर पर इस फिल्म को बॉयकॉट करने की मांग कर रहे हैं. मीडिया संग बातचीत में अक्षय कुमार ने इन सभी चीजों पर रिएक्ट किया है. 

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अक्षय ने निगेटिविटी पर कही यह बात
इंडिया टुडे ने अक्षय कुमार से पूछा- आप आज से पहले भी कई सोशल फिल्में कर चुके हैं, जिससे लोगों को एक खास मैसेज मिला है. आप 'कैंसिल कल्चर' के बारे में क्या सोचते हैं? क्या आपको नहीं लगता कि आजकल यह बड़ी परेशानी बनता जा रहा है और इसपर चर्चा करनी चाहिए? इसपर अक्षय कुमार ने कहा कि हमारे यहां तो सब चीजों को बॉयकॉट कर दो, किसी का चैनल बैन कर दो तो किसी का यह बैन कर दो, क्या है यह? यह एक फैशन सा बन गया है और देखिए, मैं हाथ जोड़कर उन लोगों से विनती करना चाहता हूं कि भाई बैन करके किसका नुकसान होगा?

अक्षय कुमार ने आगे कहा कि देश का ही नुकसान होगा. फिर चाहे वह फिल्म बैन कर दो या फिर चैनल बैन कर दो, चाहे इंडस्ट्री बैन कर दो, मैं कहूंगा इससे कुछ फायदा नहीं है. हाथ जोड़कर विनती करना चाहता हूं कि हमारे देश की इकोनॉमी को बंद मत करो. इसे आगे बढ़ने दो. मुझे लगता है कि हमारे देश को आगे बढ़ने से रोक रहे हो. आप ऐसी चीजें करके माहौल को खराब कर रहे हैं. मैं बस अपने हाथ जोड़कर आप सभी से विनती करना चाहता हूं कि इस तरह मत करो. यह अच्छी बात नहीं है और न ही एक अच्छा साइन है. 

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निगेटिविटी से किस तरह आप डील करते हैं? इसपर अक्षय कुमार ने कहा, "हर किसी को अधिकार है, वह अपनी मर्जी से कुछ भी लिख सकता है. सभी के पास बोलने की आजादी है, लिखने की आजादी है, वह लिख सकते हैं. लेकिन मैं फिर से इस बात पर रिक्वेस्ट करना चाहूंगा कि कुछ भी निगेटिव मत फैलाओ, क्योंकि इससे किसी का भला नहीं होने वाला है. यह करना गलत चीज है." बात करें फिल्म 'रक्षाबंधन' की तो यह उस भाई की कहानी है, जिसपर अपनी चार बहनों की जिम्मेदारी होती है. उनकी शादी करने से लेकर पढ़ाई-लिखाई तक उस भाई के कंधों पर होती है. इसी के पीछे वह अपनी पर्सनल लाइफ स्टेबल नहीं कर पाता है. फिल्म का निर्देशन आनंद एल राय ने संभाला है. 

रिपोर्ट- दिपाली पटेल

 

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