कुपवाड़ा, बडगाम, बारामुला श्रीनगर इन सब जगहों पर पिछले 24 से 48 घंटों के दौरान सनसनी का माहौल है. कहीं एनकाउंटर हुआ तो कहीं आतंकियों ने टारगेट किलिंग की. बुधवार को बडगाम में लश्कर के तीन आतंकियों ने एक टीवी एक्ट्रेस की घर में घुसकर हत्या कर दी. सुरक्षा बलों के एक्शन से बौखलाए आतंकी एक के बाद एक नागरिकों को निशाना बना रहे हैं.
आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवान की शहादत पर उसके पिता ने गर्व जताया है. सोशल मीडिया पर इनका एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह बेटे पर फख्र करने की बात कहते नजर आ रहे हैं. इस वीडियो को बॉलीवुड एक्टर अक्षय कुमार ने भी शेयर किया है. वीडियो में देखा जा सकता है कि शहीद के पिता कहते हैं, "मेरे बेटे ने लड़ते-लड़ते जान दे दी. उसने एक हजार लोगों को बचाया है और मुझे उसकी कुर्बानी पर फख्र है. मैं जनता हूं कि वह कभी वापस नहीं आएगा, पर उसने लोगों को बचाया है."
This father is as much a hero as his son. Salute and respect. 🙏🏻 🇮🇳 https://t.co/63uG7dO31F
— Akshay Kumar (@akshaykumar) May 26, 2022
अक्षय ने शेयर किया वीडियो
अक्षय कुमार ने इस शहीद के पिता का वीडियो शेयर करते हुए उन्हें सैल्यूट किया है. अक्षय ने लिखा, "यह पिता अपने बेटे के बराबर हीरो हैं. इन्हें मैं सेल्यूट करता हूं और रिस्पेक्ट करता हूं." इसके साथ ही अक्षय कुमार ने नमस्ते वाली और तिरंगे वाली इमोजी बनाई है.
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जानकारी के लिए बता दें कि जम्मू-कश्मीर में आतंकियों ने फिर पैर पसारने शुरू कर दिए हैं. मंगलवार को दहशतगर्दों ने 2 आतंकी घटनाओं को अंजाम दिया. पहला हमला कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में हुआ. यहां J&K पुलिस के एक कॉन्स्टेबल पर आतंकियों ने फायरिंग कर दी. इस घटना में कॉनस्टेबल शहीद हो गए. जबकि उनकी 9 साल की बच्ची घायल हो गई है. कश्मीर पुलिस के मुताबिक हमला श्रीनगर जिले के सौरा (अंकर) क्षेत्र में हुआ. वहीं, दूसरा हमला घाटी के कुलगाम में हुआ है. जिले के यारीपोरा इलाके में आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर ग्रेनेड फेंककर फायरिंग शुरू कर दी. इस घटना में 15 आम नागरिक घायल हो गए हैं. आतंकियों ने 2 दिन पहले 22 मई को अमरनाथ यात्रा को लेकर धमकी दी थी. आतंकी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने धमकी भरा पत्र जारी किया था. पत्र में आंतकी संगठन की ओर से राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (RSS) पर भी निशाना साधा गया था. संगठन की ओर से कहा गया था कि वे यात्रा के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन तीर्थयात्री तब तक सुरक्षित हैं, जब तक कि वे कश्मीर मुद्दे में शामिल नहीं होंगे.