अवॉर्ड विनिंग वेब सीरीज दिल्ली क्राइम में अपना दमखम दिखा चुकीं शेफाली शाह आज बड़ी स्टार हैं. 5 अगस्त को उनकी वेब फिल्म डार्लिंग्स रिलीज हुई है, जिसमें वे आलिया भट्ट की अम्मी बनी हैं. डार्लिग्स में उम्दा एक्टिंग कर शेफाली फिर से लोगों की 'डार्लिंग एक्ट्रेस' बन गई हैं. वैसे सफलता के इस मुकाम पर पहुंचना शेफाली के लिए कभी भी आसान नहीं था. अपने करियर में शेफाली ने कई चुनौती भरे रोल्स किए और अवॉर्ड्स जीते. जानते हैं उनके स्ट्रगल के बारे में.
अक्षय की ऑनस्क्रीन मां बनी थीं शेफाली
शेफाली को आलिया की अम्मी के रोल में तो आप देख रहे हैं. मगर क्या आपको याद है ये वहीं शेफाली हैं जो फिल्म वक्त में अक्षय कुमार की मां बनी थीं. सबसे हैरानी आपको ये जानकर होगी कि उस वक्त शेफाली महज 28 साल की थीं जब वे स्क्रीन पर 5 साल बड़े खिलाड़ी कुमार की मां बनी थीं. शेफाली ने पर्दे पर ज्यादातर अपनी उम्र से ज्यादा के रोल्स ही निभाए हैं.
इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में शेफाली ने कहा था- जब मैं 28 साल की थी तब अक्षय कुमार की मां बनी थी. जब 20 साल की थी तब हसरतें मिली थी और मैंने उसमें 30-35 साल की उम्र का रोल निभाया था. एक वक्त पर, मैंने फैसला किया अगर मुझे मेरी पसंद का काम नहीं मिला तो मैं घर पर बैठ जाऊंगी. फिर मुझे लगा कि ऐसा काम हर दिन आपके पास नहीं आता. कुछ फिल्में जो मैंने कीं उसने बार सेट किया. जब मैं दो सालों तक घर पर बैठी थी कुछ नहीं कर रही थी तब भी मैंने काम को ना कहा है.
ओटीटी साबित हुआ वरदान
शेफाली शाह ने बताया था कैसे ओटीटी प्लेटफॉर्म के बूम करने से लोगों को ज्यादा मौके मिलने लगे हैं.अब फीमेल्स फिल्म या शो में बस शोपीस बनकर नहीं रह गई हैं. वे 16 साल की उम्र से काम कर रही हैं लेकिन जब वे 40 साल में पहुंचीं तब उनकी प्रोफेशनल लाइफ बदली. खासतौर पर दिल्ली क्राइम के बाद. शेफाली को फिल्म 15 पार्क एवेन्यू, कार्तिक कॉलिंग कार्तिक, दिल धड़कने दो, सत्या, कमांडो, वक्त जैसी हिट फिल्मों के लिए जाना जाता है. शेफाली फिल्मों, वेब सीरीज के अलावा टीवी शोज में भी दिखी हैं.
उनके करियर की शुरुआत प्ले, ड्रामा से हुई. फिल्म रंगीला से उन्होंने डेब्यू किया था. साथ में वे टीवी शोज में भी काम करती रहीं. वे सीरियल हसरतें, रामायण, कभी कभी, अरोहन, तारा, बनेगी अपनी बात जैसे शोज में दिखीं. शेफाली फिल्म The Last Lear के लिए बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस कैटिगरी में नेशनल अवॉर्ड जीती थीं.
शेफाली बस यूं ही अपने करियर में उड़ान भरती रहें.