इंडिया के सबसे टैलेंटेड एक्टर्स में से एक मनोज बाजपेयी की 100वीं फिल्म 'भैयाजी' हाल ही में थिएटर्स में रिलीज हुई. एक एक्टर के करियर में ये एक बहुत बड़ा अचीवमेंट है. आज भी मनोज इंडस्ट्री के सबसे बिजी एक्टर्स में से एक हैं और वो लगातार प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहे हैं. जाहिर सी बात है कि चुनकर प्रोजेक्ट्स से जुड़ने वाले मनोज ने अपने करियर में कुछ प्रोजेक्ट्स छोड़े भी होंगे.
अब मनोज ने कहा है कि उन्हें अपने करियर में किसी भी प्रोजेक्ट को छोड़ने का पछतावा नहीं हुआ और ना ही उनकी छोड़ी कोई फिल्म बहुत बड़ी हिट बनी है, सिवाय एक के. ये फिल्म है संजय लीला भंसाली की आइकॉनिक हिट 'देवदास'.
'देवदास' छोड़ने का आज भी है पछतावा
2002 में आई 'देवदास' में शाहरुख खान, ऐश्वर्या राय और माधुरी दीक्षित ने लीड किरदार निभाए थे. मनोज ने बताया कि उन्होंने 'देवदास' में चुन्नीलाल का किरदार इसलिए रिजेक्ट कर दिया था क्योंकि वो हमेशा से इस कहानी में देवदास का टाइटल किरदार निभाना चाहते थे. लेकिन ये फिल्म न करने का पछतावा उन्हें आज भी है.
यूट्यूब पर सुशांत सिन्हा के साथ एक इंटरव्यू में जब मनोज से पूछा गया कि क्या उन्होंने कोई ऐसी फिल्म रिजेक्ट की है, जो बड़ी हिट बन गई हो? इसके जवाब में मनोज ने तुरंत ना कहा. मगर उन्होंने आगे कहा, 'हां, मुझे 'देवदास' में जैकी श्रॉफ वाला रोल मिला था, लेकिन मैंने तुरंत मना कर दिया. मैंने संजय को कहा- 'संजय यार, मेरी तो हमेशा से इच्छा थी देवदास करने की.' वो फिल्म सुपरहिट बन गई, लेकिन मुझे उसे छोड़ने का पछतावा है. मैंने थिएटर के दिनों में जबसे दिलीप कुमार की फिल्म देखी थी या किताब पढ़ी थी, मैं तबसे देवदास का किरदार निभाना चाहता था. लेकिन मुझे कभी बुरा नहीं लगा.'
कई एक्टर्स ने रिजेक्ट किया था चुन्नीलाल का रोल
हाल ही में 'हीरामंडी' के प्रमोशंस के दौरान शेखर सुमन ने बताया था कि उन्हें भी शिड्यूल बिजी होने की मजबूरी में, चुन्नीलाल का रोल छोड़ना पड़ा था. मनोज और शेखर के अलावा सैफ अली खान और गोविंदा को भी चुन्नीलाल का किरदार ऑफर किया गया था.
न्यूज 18 की एक रिपोर्ट के अनुसार, मनोज बाजपेयी ने 'देवदास' में चुन्नीलाल का सपोर्टिंग किरदार निभाने से इसलिए इनकार कर दिया था क्योंकि उससमय वो अपनी सभी फिल्मों में लीड रोल कर रहे थे. इस सपोर्टिंग किरदार की वजह से, उन्हें बतौर हीरो काम मिलने में दिक्कत होने का चांस लग रहा था.