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Cancelled Cheque: मैजिक पेन से भरते थे चेक, लोन दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी

Cancelled Cheque: लोन देने के बहाने कैंसिल चेक और मैजिक पेन की मदद से व्यापारियों को ठगने वाले शातिर गिरोह का पर्दाफाश हुआ है. किशनगंज पुलिस ने दो व्यापारियों की शिकायत पर गिरोह की महिला समेत 4 लोगों को गिरफ्तार किया है. जानें कैसे करते थे शातिर ठग लोगों से ठगी...

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प्रतीकात्मक तस्वीर.
प्रतीकात्मक तस्वीर.

बिहार के किशनगंज में 'जामताड़ा' जैसा नया गिरोह सामने आया है. लेकिन ये गिरोह साइबर फ्रॉड नहीं करता. बल्कि, कैंसिल चेक और मैजिक पेन के माध्यम से लोगों को चूना लगाता है. इसके सबसे ज्यादा शिकार व्यापारी बने हैं. हालांकि, दो व्यापारियों की शिकायत पर ठाकुरगंज थाना पुलिस ने गिरोह से जुड़ी महिला सहित चार ठगों को गिरफ्तार कर लिया है.

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जानकारी के मुताबिक, ठगी करने वाला यह गिरोह किशनगंज जिले और समीपवर्ती पश्चिम बंगाल के इलाके में एक्टिव है. यहां लगभग 6 से ज्यादा कारोबारी इस जालसाजी का शिकार बने हैं. जालसाजों ने व्यापारियों को लाखों का चूना लगाया है. किशनगंज जिले के ठाकुरगंज और कुर्लीकोट थाने में इस ठगी की कुल 2 शिकायतें व्यापारियों ने दर्ज करवाई थी.

बता दें, किसी भी तरह के बैंक लोन लेते समय कुछ कागजातों को लोन देने वालों को सुपुर्द किया जाता है. इसी का फायदा इन जालसाजों ने उठाया. उन जरूरी कागजातों में कैंसिल बैंक चेक भी शामिल होता है. बस इसी कैंसिल चेक के सहारे जालसाज ठगी की घटना को अंजाम देते चले गए. दरअसल, लोन देने वाली कम्पनी बताते हुए चार जालसाजों का एक गिरोह विगत 2 सप्ताह से किशनगंज और समीपवर्ती पश्चिम बंगाल के इलाकों में सक्रिय था. ये गिरोह जरूरतमंदों को लोन दिलाने का पक्का विश्वास दिलाने के बाद उनसे लोन के लिए कागजातों की मांग करता था.

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मैजिक पेन से ठगी
उन कागजातों में बैंक का एक कैंसिल चेक और 200 रुपये का बैंक चेक शामिल होता था. जालसाज बड़ी सफाई से कैंसिल चेक लेते थे. उसके बाद चेक में लोन लेने वाले के पेन से साइन करवा लेते थे. फिर चेक को कैंसिल करने की प्रक्रिया जालसाज खुद के लाए हुए पेन से करवाते थे. खुद के लाए हुए पेन से बैंक चेक को कैंसल करने की प्रक्रिया ही उनकी जालसाजी का हथियार होती थी.

चार ठगों को भेजा गया जेल
जालसाज चेक कैंसिल करने के लिए मैजिक पेन का इस्तेमाल करते थे. जिससे चेक कैंसिल करने के बाद कुछ ही देर में चेक से इंक गायब हो जाती थी. जबकि, साइन वे लोग व्यापारियों के पेन से ही करवाते थे, ताकि वो पूरी तरह असली लगे. जैसे ही चेक से कैंसिल का निशान मिट जाता था, वो उस पर रकम भरकर उसे बैंक में ले जाकर पैसे निकाल लेते थे. इसी तर्ज पर इस गिरोह ने 6 से ज्यादा कारोबारियों को लाखों का चूना लगा दिया. जालसाजी की दो घटनाएं प्रकाश में आने के बाद किशनगंज एसपी डॉ. इनामुल हक मेंगनु के निर्देश पर पुलिस की एक विशेष टीम गठित की गई. टीम गठित होने के तीन दिनों के अंदर किशनगंज पुलिस ने इस गिरोह का पर्दाफाश करते हुए 4 जालसाजों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.

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कैसे हुई गिरफ्तारी
एसपी के निर्देश पर गठित इस टीम ने किशनगंज और समीपवर्ती पश्चिम बंगाल के क्षेत्रों में नजर रख रही थी. इसी दौरान किशनगंज पुलिस की टीम को नेपाल बॉर्डर गलगलिया और पश्चिम बंगाल सीमा के पास कुछ संदिग्ध गतिविधि करते लोगों की सूचना मिली. सूचना के आधार पर किशनगंज पुलिस ने सभी संदिग्ध चार लोगों को धर दबोचा. आरोपियों से पूछताछ और उनके पास से जब्त 4 मोबाइल फोन और ATM कार्ड की जांच करने के बाद पता चला कि ये लोग कोलकाता से आए हैं. पकड़े गए ठगों का नाम मो. शोएब अली, मो. असगर अली, बलाई दत्त और चिनमोई बेज सभी कोलकाता के रहने वाले हैं. पुलिस मामले की जांच में जुटी है.

 

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