निर्वाचन आयोग (Election Commission Of India-ECI) ने बंगाल सरकार को संजय मुखर्जी को राज्य का डीजीपी नियुक्त करने का निर्देश दिया है. आयोग ने पश्चिम बंगाल का पुलिस महानिदेशक नियुक्त किए जाने के 24 घंटे के भीतर मंगलवार को विवेक सहाय को पद से हटा दिया और राज्य सरकार को उनके स्थान पर संजय मुखर्जी को नियुक्त करने का निर्देश दिया.
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न्यूज एजेंसी के मुताबिक, सहाय को वरिष्ठता क्रम के आधार पर नियुक्त किया गया था, लेकिन चूंकि वह लोकसभा चुनाव खत्म होने से पहले मई के पहले सप्ताह में रिटायर हो रहे हैं तो इसलिए निर्वाचन आयोग ने मुखर्जी को डीजीपी नियुक्त करने को कहा है.
भारतीय पुलिस सेवा (Indian Police Service-IPS) के 1989 बैच के अधिकारी मुखर्जी डीजीपी के पद के लिए चुनाव आयोग को पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा भेजी गयी तीन अधिकारियों की लिस्ट में दूसरे स्थान पर थे. निर्वाचन आयोग ने राज्य को तत्काल अनुपालन सुनिश्चित करने और मंगलवार शाम पांच बजे तक नियुक्ति की पुष्टि करने का निर्देश दिया है.
चुनावी प्रक्रिया में निष्पक्षता, पारदर्शिता के लिए उठाया गया कदम
निर्वाचन आयोग ने चुनावी प्रक्रिया में निष्पक्षता, पारदर्शिता और स्वतंत्रता के सिद्धांतों को बनाए रखने के लिए ये फैसला लिया है. सोमवार सुबह चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल के पुलिस महानिदेशक, राजीव कुमार और बृहन्मुंबई नगर निगम आयुक्त, इकबाल चहल के साथ-साथ विभिन्न राज्यों के कुछ अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को हटाने के आदेश जारी किए थे.
ECI ने छह राज्यों के कुछ प्रमुख अधिकारियों को हटाने का भी आदेश दिया है और इसे स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी चुनावों के सिद्धांतों को बनाए रखने की दिशा में एक निर्णायक कदम बताया है.
पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष ने ECI के कदम का किया स्वागत
इस बीच पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने सोमवार को ECI द्वारा पश्चिम बंगाल के डीजीपी राजीव कुमार को हटाने का स्वागत करते हुए कहा कि कुमार को उनकी समझौतावादी स्थिति और निष्पक्ष चुनाव कराने में असमर्थता के कारण हटाया जाना जरूरी था. मजूमदार ने यह भी दावा किया कि पूरे पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के पेरोल पर ऐसे कई 'राजीव कुमार' हैं.