मध्य प्रदेश के बैतूल में छतरपुर की डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे के इस्तीफे के बाद हलचल मच गई है. मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि शासन-प्रशासन की छोटी मानसिकता के कारण उन्हें परेशान किया जा रहा है. हमारी धार्मिक भावनाओं के साथ अत्याचार किया जा रहा है. उनके कार्यक्रम को कोई ताकत नहीं रोक सकती है. हम शांत नहीं बैठेंगे.
दरअसल, 25 जून को छतरपुर जिले की डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे के बैतूल के आमला में मकान का उद्घाटन होना है. इसके साथ ही गगन मलिक फाउंडेशन द्वारा अंतर्राष्ट्रीय सर्व धर्म शांति सम्मेलन का आयोजन है. इसमें निशा को शामिल होने की अनुमति नहीं मिली, जिसके बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया.
'इससे आहत होकर इस्तीफा दिया'
इस्तीफा देने के सवाल पर उन्होंने कहा, "मेरे मकान का उद्घाटन हो रहा है. इसमें भगवान बौद्ध की अस्थियां आ रही हैं, जिनके दर्शन करना है. इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए अनुमति मांगी थी, जो नहीं मिली. इससे आहत होकर मैंने इस्तीफा दिया है".
'उसको हम बर्दाश्त नहीं करेंगे'
उन्होंने आगे कहा, "मुझे रोका जा रहा है. प्रशासन ने कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी है. हमें परेशान किया जा रहा है. पद और पावर का दुरुपयोग करके हमारी धार्मिक भावनाओं के साथ और परिवार के साथ जो अत्याचार किया गया है, उसको हम बर्दाश्त नहीं करेंगे".
'मुख्यमंत्री को भी भ्रमित किया गया'
निशा बांगरे ने आरोप लगाया कि शासन और जिला प्रशासन के मुखिया द्वारा नकारात्मक ताकतें लगाकर तमाम प्रयास किए जा रहे हैं. आयोजन को रोकने का भी प्रयास किया जा रहा है. इसके साथ ही मुख्यमंत्री को भी भ्रमित किया गया है.