
मध्य प्रदेश के ग्वालियर में गांधी प्राणी उद्यान में एक बार फिर किलकारियां गूंजी हैं. बाघिन मीरा ने तीन नन्हे शावकों को जन्म दिया है. इससे चिड़ियाघर में खुशी का माहौल है. तीनों शावक पूरी तरह स्वस्थ हैं और डॉक्टरों की टीम निगरानी कर रही है. अब 45 दिन तक नन्हें टाइगर आइसोलेशन में रहेंगे. बता दें चिड़ियाघर मे मौजूद टाइगर 'लव' और बाघिन 'मीरा' से इनका जन्म हुआ है.
दरअसल, मीरा से जन्म लेने वाले शावकों में से दो शावक पीले और एक सफेद रंग का है. बताया जा रहा है कि मादा मीरा और नर लव से तीसरी बार शावकों का जन्म हुआ है. मीरा का भी जन्म गांधी प्राणी उद्यान में ही साल 2013 में हुआ था. तीनों शावकों का हल्का खाना दिया जा रहा है. इसमें चिकन सूप, दूध और उबले हुए अंडे शामिल हैं.
लगातार नन्हें शावकों का बढ़ रहा है कुनबा- डॉक्टर जितेंद्र
इससे पहले करीब 60 दिन पहले भी गांधी प्राणी उद्यान में बाघिन दुर्गा ने भी दो नन्हें शावकों को जन्म दिया था. उन्हें 42 दिन की आइसोलेशन में रखने के बाद कुछ दिन पहले ही खुले बड़े में छोड़ा गया है. वहीं, चिड़ियाघर के डॉक्टर जितेंद्र परिहार का कहना है कि ग्वालियर चिड़ियाघर में लगातार नन्हें शावकों का कुनबा बढ़ रहा है. यह काफी खुशी की बात है. अभी माता बाघिन मीरा ने तीन नन्हें शावकों को जन्म दिया है और ये शावक पूरी तरह स्वस्थ हैं.
दिल्ली के चिड़ियाघर में भी बाघिन सीता के दो शावकों को दिया जन्म
सफेद बाघिन सीता ने आठ महीने पहले दो शावकों को दिल्ली चिड़ियाघर में जन्म दिया था. सुरक्षा कारणों से दोनों शावकों को चिड़ियाघर से अलग रखा गया था. पहली बार आज सीता के दोनों शावकों को जन्म के बाद पिंजरे से बाड़े में लाया गया. केंद्रीय पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने छोटे शावकों का नाम रखा. मादा शावक का नाम अवनी और नर शावक का नाम वियोम रखा गया है.