जयपुर पुलिस की एंटी-गैंगस्टर टास्क फोर्स को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. पुलिस ने जबरन वसूली रैकेट में शामिल होने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया है. ये लोग गैंगस्टरों को व्यापारियों के फोन नंबर उपलब्ध कराता था, जिसके बाद उनसे फोन कर जबरन वसूली की जाती थी. अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया है कि इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
एडीजी दिनेश एमएन ने बताया कि पुलिस ने जिन दो लोगों को गिरफ्तार किया है उसका नाम विचित्र निठारवाल और लेखराज है, और, ये दोनों रंगदारी रैकेट में शामिल था. ये लोग वैसे व्यापारियों का फोन नंबर उपलब्ध कराते थे जो गैंगस्टरों के निशाने होते थे. दोनों आरोपियों को पुलिस ने जयपुर के श्याम नगर इलाके से गिरफ्तार किया. इन पर हत्या के प्रयास, लूटपाट एवं रंगदारी के मामले दर्ज हैं. फिलहाल आरोपियों से पूछताछ की जा रही है.
गिरफ्तार किए गए लोगों ने गैंगस्टर रोहित गोदारा को एक गैर-बैंकिंग फाइनेंस कंपनी के मालिक का फोन नंबर उपलब्ध कराया था. इसके बाद उस व्यवसायी को धमकियां मिली थी.
2010 से अपराध की दुनिया में सक्रिय है रोहित गोदारा
रोहित गोदारा राजस्थान के बीकानेर के लूणकरण का रहने वाला है और उस पर गंभीर अपराध के कई मामले दर्ज है. वो 2010 से अपराध की दुनिया में जाना पहचाना नाम है. रोहित गोदारा राजस्थान में कारोबारियों से करोड़ों की रंगदारी मांग चुका है. उस पर सीकर में गैंगस्टर राजू ठेहट की हत्या का भी आरोप है.
लॉरेंस बिश्नोई के लिए करता है काम
पिछले साल सीकर में गैंगस्टर राजू ठेहट की हत्या की जिम्मेदारी रोहित गोदारा ने फेसबुक पर पोस्ट पर ली थी. उस दौरान रोहित ने कहा था कि आनंदपाल सिंह और बलवीर बानूड़ा की मौत का बदला लिया गया है. सिद्दू मुसेवाला हत्याकांड में भी उसका नाम आया था. रोहित गोदारा गैंगस्टर लारेंस विश्नोई और गोल्डी बराड़ गैंग के लिए काम करता है.
फर्जी पासपोर्ट के पर दिल्ली से भागा था दुबई
बताया जाता है कि वो 13 जून 2022 को दिल्ली से फर्जी पासपोर्ट पर दुबई भागा था. उसने फर्जी पासपोर्ट में उसने अपना नाम पवन कुमार लिखवाया था. उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी है, ऐसा माना जा रहा है कि इस वक्त वो कनाडा में है.