भारतीय नौसेना (Indian Navy) के लिए एक ऐसा फाइटर जेट देश में बनने जा रहा है, जिसके आने से एयरक्राफ्ट करियर्स की ताकत कई गुना बढ़ जाएगी. निगरानी, सर्विलांस, जासूसी और घातक हमला करना आसान हो जाएगा. इसे HAL यानी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड बनाएगा. फिलहाल इसका नाम बहुत बड़ा है. लेकिन बनने के बाद इसे कोई शानदार नाम दिया जाएगा.
इस फाइटर जेट का नाम है ट्विन इंजन डेक बेस्ड फाइटर (Twin Engine Deck Based Fighter- TEDBF). यह मल्टीरोल कॉम्बैट एयरक्राफ्ट होगा. इसकी डिजाइन एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (ADA) ने बनाया है. बनने के बाद इसे आईएनएस विक्रमादित्य और आईएनएस विक्रांत पर तैनात किया जाएगा.
इसे बनाने की आधिकारिक घोषणा 2020 में की गई थी. उम्मीद है कि इसकी पहली उड़ान साल 2026 में होगी. इसके बाद इसे साल 2031 में भारतीय नौसेना में शामिल किया जाएगा. इसे शॉर्ट टेक ऑफ बैरियर अरेस्टेड रिकवरी (STOBAR) तकनीक पर काम करेगा. यानी इसके पीछे निचले हिस्से में एक हुक होगा जो विमानवाहक पोत पर तार में फंसेगा और उससे फाइटर जेट रुकेगा.
अलग युद्धपोत पर अलग टेक-ऑफ की तकनीक
TEDBF को एलसीए तेजस फाइटर जेट (LCA Tejas) के प्लेटफॉर्म पर बनाया जाएगा. इसमें जो जनरल इलेक्ट्रिक एफ414 इंजन लगे होंगे. जो इसे 58.5 किलोन्यूटन की ताकत देंगे. बाद में ये बढ़कर 98 किलोन्यूटन हो जाएगा. जब INS Vishal नौसेना में शामिल होगा, तब उसके डेक के लिए लिए इसके स्टोबार तकनीक को बदल कर काटोबार (CATOBAR) यानी कैटापॉल्ट असिस्टेड टेक-ऑफ बरियर अरेस्टेड रिकवरी तकनीक में बदला जाएगा.
कैसा होगा टेडबीएफ जेट का आकार और वजन
इस फाइटर जेट को एक ही पायलट उड़ाएगा. इसकी लंबाई 53.6 फीट होगी. विंगस्पैन 36.9 फीट होगी. जब विंग्स को फोल्ड कर दिया जाएगा तब विंगस्पैन 24.11 फीट होगी. इसकी अधिकतम टेक-ऑफ वजन 26 हजार किलोग्राम होने की उम्मीद है. ये बाद में बदल भी सकती है. यह अधिकतम 1975 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से उड़ेगा. लेकिन हो सकता है कि बाद में इसकी गति और बढ़ जाए. यह फाइटर जेट अधिकतम 60 हजार फीट की ऊंचाई तक जा पाएगा.
किस तरह के हथियार लगाए जाएंगे इस फाइटर पर
इस फाइटर जेट में 11 हार्ड प्वाइंट्स होंगे. यानी इतने अलग-अलग हथियार या उनका मिश्रण लगाया जा सकेगा. इस फाइटर जेट में हवा से हवा में मार करने वाली NG-CCM, अस्त्र-मार्क 1 और अस्त्र मार्क 2 मिसाइलें लगाई जाएंगी. इसके अलावा एंटी-शिप मिसाइलें लगाई जाएंगी. ये NASM-MR या Harpoon हो सकती हैं. इसके अलावा रुद्रम-1 एंटी-रेडिएशन मिसाइल लगाई जाएगी.
किस तरह के मिशन में होगा इसका इस्तेमाल
TEDBF फाइटर जेट का इस्तेमाल कॉम्बैट एयर पेट्रोल, डेक लॉन्च इंटरसेप्शन, एयर टू एयर कॉम्बैट, एंटी-शिप स्ट्राइक, मैरीटाइम स्ट्राइक, लैंट अटैक स्ट्राइक, एस्कॉर्ट जैमिंग और बडी रीफ्यूलिंग जैसे मिशन या ऑपरेशंस के लिए किया जा सकता है.