खेलों का 'महाकुंभ' ओलंपिक हर चार साल पर आयोजित किया जाता है, लेकिन कोरोना महामारी (Pandemic-ravaged Games) के चलते 2020 में इसके आयोजन पर ब्रेक लग गया था. जापान की राजधानी टोक्यो (Olympic Games Tokyo 2020) में आयोजित इस बार के ओलंपिक खेलों की आधिकारिक शुरुआत 23 जुलाई को जबकि समापन 8 अगस्त 2021 को हुआ.
ओलंपिक खेलों के इतिहास में यह दूसरा मौका है, जब टोक्यो को इस महाकुंभ की मेजबानी मिली. इससे पहले 1964 में टोक्यो इस मेगा इवेंट का आयोजन कर चुका है. टोक्यो में इस बार 33 खेलों में 339 मेडल (339 gold medals at the Tokyo 2020 Olympics) के लिए मुकाबले हुए, जिसके लिए 206 देशों के 11 हजार से ज्यादा एथलीटों ने जोर आजमाइश की. भारत की तरफ से नीरज चोपड़ा ने भाला फेंक में गोल्ड मेडल जीता.
टोक्यो ओलंपिक खेलों के शुभंकर का नाम 'मिराइतोवा' (MIRAITOWA) था, जिसका रंग इंडिगो ब्लू था. जापानी शब्द मिराइतोवा में 'मिराइ' का अर्थ 'भविष्य' और तोवा का मतलब 'अनंत काल' होता है.
टोक्यो ओलंपिक में चार खेल अपना पदार्पण (Four sports to make debut at Tokyo 2020) किए. ये खेल सर्फिंग, स्केटबोर्डिंग, स्पोर्ट्स क्लाइंबिंग और कराटे हैं. इसके अलावा बेसबॉल (पुरुष) और सॉफ्टबॉल (महिला) की ओलंपिक में वापसी हुई.
कोरोना महामारी के चलते टोक्यो ओलंपिक बंद दरवाजों के बीच आयोजित हुआ. साथ ही ओलंपिक में इस बार मेडल सेरेमनी के नियमों में भी बदलाव किए गए. उस बार खिलाड़ियों को पदक गले में डालकर नहीं दिया गया. पदक खिलाड़ियों को ट्रे में पेश किए गए और फिर एथलीट पदक लेकर खुद ही (Olympic athletes to put on own medals at Tokyo 2020) अपने गले में पहने. यही नहीं समारोह के दौरान कोई भी एक-दूसरे से हाथ नहीं मिलाया और ना ही कोई किसी को गले लगाया.