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जिस कीमत पर मस्क ने ट्विटर को खरीदा, समझें-कितनी बड़ी होती है वो रकम, हो सकता था क्या-क्या

दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलॉन मस्क ने ट्विटर को 44 अरब डॉलर में खरीद लिया है. ये इतनी बड़ी रकम है कि इससे भारत में दो साल तक 80 करोड़ गरीबों को मुफ्त में राशन बांटा जा सकता था. एम्स जैसे 150 से ज्यादा अस्पताल बनाए जा सकते थे.

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एलॉन मस्क अब ट्विटर के नए मालिक बन गए हैं. (फाइल फोटो-AP/PTI)
एलॉन मस्क अब ट्विटर के नए मालिक बन गए हैं. (फाइल फोटो-AP/PTI)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • NSE पर एक हफ्ते की ट्रेडिंग से भी ज्यादा है रकम
  • दो महीने के GST कलेक्शन से भी ज्यादा है ये राशि

44 अरब डॉलर. भारतीय करंसी के हिसाब से 3 लाख 36 हजार करोड़ रुपये. इतनी बड़ी रकम में श्रीलंका कर्जमुक्त हो सकता था. भारत में 80 करोड़ गरीबों को दो साल तक मुफ्त में अनाज बांटा जा सकता था. एम्स जैसे 150 अस्पताल बनाए जा सकते थे. शिक्षा पर तीन गुना ज्यादा खर्च किया जा सकता था. 

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अब इतने ही 44 अरब डॉलर में दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलॉन मस्क ने ट्विटर को खरीदा है. दो साल पहले तक मस्क की नेटवर्थ इससे लगभग आधी थी. 2020 में उनकी नेटवर्थ 24 अरब डॉलर के आसपास थी और आज उनकी नेटवर्थ 245 अरब डॉलर पहुंच चुकी है. 

44 अरब डॉलर यानी 3.36 लाख करोड़ रुपये, ये रकम कितनी बड़ी है, इसका अंदाजा लगाने के लिए कुछ चीजों पर नजर डालना जरूरी है.

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क्या-क्या हो सकता था इतनी रकम में?

- पैदा हो सकती थीं 1.32 करोड़ से ज्यादा नौकरियां

वर्ल्ड बैंक ने 2018 में एक ब्लॉग लिखा था. इस ब्लॉग में ट्यूनिशिया के मॉडल से समझाया गया था कि अगर 10 मिलियन डॉलर का निवेश किया जाता है तो इससे 300 नौकरियां पैदा होंगी. अगर इसी मॉडल को हम भारत में भी लागू करें तो 44 अरब डॉलर के निवेश से 1.32 करोड़ से ज्यादा नौकरियां पैदा हो सकती थीं.

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- बन सकते थे एम्स जैसे 150 से ज्यादा अस्पताल

देश में एक एम्स अस्पताल बनाने में औसतन 2 हजार करोड़ रुपये की लागत आती है. कश्मीर में 1828 करोड़ की लागत से एम्स बन रहा है. अगर 44 अरब डॉलर यानी 3.36 लाख करोड़ रुपये इस पर खर्च होते तो भारत में 150 से ज्यादा एम्स जैसे अस्पताल बन सकते थे.

- शिक्षा पर तीन गुना खर्च कर सकती थी सरकार

भारत में सरकारें अभी भी शिक्षा पर जीडीपी का 3 फीसदी से भी कम खर्च करती हैं. जबकि, कम से कम 6 फीसदी खर्च होना चाहिए. केंद्र सरकार ने शिक्षा पर 1.04 लाख करोड़ रुपये का बजट रखा है. जितने में मस्क ने ट्विटर से डील की है, उतने से भारत शिक्षा पर छह फीसदी की बजाय करीब 10 फीसदी खर्च कर सकता था. 

- दो साल तक फ्री राशन बांट सकती थी सरकार

मोदी सरकार 80 करोड़ गरीबों को मुफ्त राशन दे रही है. इसे प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना नाम दिया गया है. इसके तहत हर परिवार के हर व्यक्ति को हर महीने 5 किलो अनाज दिया जाता है. इस योजना पर तीन महीने में करीब 46 हजार करोड़ रुपये खर्च होते हैं. 44 अरब डॉलर में भारत में करीब 2 साल तक 80 करोड़ लोगों को मुफ्त अनाज मिल सकता था. 

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- बन सकते थे नरेंद्र मोदी स्टेडियम जैसे 350 मैदान  

अहमदाबाद में नरेंद्र मोदी स्टेडियम दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम है. ये 63 एकड़ में फैला हुआ है. फरवरी 2021 में इसका उद्घाटन हुआ था. इस स्टेडियम को बनाने में लगभग 800 करोड़ रुपये का खर्च आया है. 44 अरब डॉलर में नरेंद्र मोदी स्टेडियम जैसे 350 स्टेडियम बनाए जा सकते हैं.

- हर भारतीय के हिस्से आते ढाई-ढाई हजार रुपये

आधार बनाने वाली संस्था UIDAI के मुताबिक, 2021 तक देश की अनुमानित आबादी 136.09 करोड़ थी. अगर एलन मस्क ट्विटर से डील न करके वो रकम हर भारतीय को बराबर बांट देते तो हर एक के हिस्से में ढाई हजार रुपये आते.

- स्टेच्यू ऑफ यूनिटी जैसी बन जातीं 112 मूर्तियां

गुजरात के अहमदाबाद में सरदार वल्लभ भाई पटेल की सबसे ऊंची मूर्ति बनी है. इसकी ऊंचाई 182 मीटर है. इसे बनाने में तकरीबन 3 हजार करोड़ रुपये का खर्च आया है. अगर 44 अरब डॉलर देश में लगा दिए जाते तो स्टेच्यू ऑफ यूनिटी जैसे 112 मूर्तियां बन सकती थीं.

दिवालिया नहीं, कर्जमुक्त हो जाता श्रीलंका

44 अरब डॉलर में श्रीलंका का कर्ज भी उतर सकता था. श्रीलंका ने दो हफ्ते पहले ही खुद को दिवालिया घोषित किया है. श्रीलंका के केंद्रीय बैंक ने कहा था कि वो दिवालिया हो चुका है और 51 अरब डॉलर का विदेशी कर्ज का भुगतान नहीं कर सकता. 

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एलॉन मस्क और ट्विटर के बीच हुई डील रकम के लिहाज से दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी डील है. ट्विटर तीसरी टेक कंपनी है जिसकी इतनी बड़ी कीमत लगी है. इससे पहले 2016 में डेल ने EMC को 67 अरब डॉलर में खरीदा था. जबकि, इसी साल 50 अरब डॉलर में AMD ने Xilinx को खरीदा है.

 

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