उत्तर प्रदेश में अमेठी के रहने वाले आरिफ के दोस्त सारस पक्षी को वन विभाग ने कानपुर के चिड़ियाघर में भेज दिया था. बता दें कि वन विभाग ने सारस को पकड़ा था, इसके बाद उसे रायबरेली के समसपुर पक्षी विहार ले जाया गया था. अब कानपुर के चिड़ियाघर में सारस को 15 दिन के लिए क्वारंटीन में रखा गया है.
बता दें कि अमेठी के आरिफ खान गुर्जर ने घायल सारस की देखभाल की थी, जिसके बाद आरिफ के साथ सारस रहने लगा था. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और आरिफ खान जब कानपुर के चिड़ियाघर पहुंचे, तो वन अधिकारियों ने उन्हें सारस को देखने की अनुमति नहीं दी. कानपुर के चिड़ियाघर में यह पक्षी क्वारंटीन में था.
सारस महीनों तक अमेठी के मांडखा गांव में आरिफ के साथ 'परिवार के सदस्य' की तरह रहा, लेकिन पिछले मंगलवार को वन अधिकारियों ने सारस को रायबरेली के समसपुर पक्षी अभयारण्य में पहुंचा दिया. आधिकारियों ने कहा था कि ऐसा इसलिए किया गया है, ताकि सारस अपने 'प्राकृतिक वातावरण' में रह सके. रायबरेली के बाद सारस को कानपुर के चिड़ियाघर में पहुंचा दिया गया था.
सीसीटीवी पर सारस को देखते रहे अखिलेश
सपा प्रमुख अखिलेश यादव मंगलवार को कानपुर यात्रा के दौरान सारस को देखने आरिफ के साथ चिड़ियाघर गए. मगर, उन्हें देखने नहीं दिया गया. वन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव को बता दिया गया कि सारस 15 दिन तक क्वारंटीन में है.
डॉक्टरों की टीम उसके स्वास्थ्य पर नजर रख रही है. अधिकारी ने कहा कि अखिलेश यादव और उनके साथ आए आरिफ ने चिड़ियाघर में लगभग एक घंटा बिताया और सीसीटीवी स्क्रीन पर सारस को देखा.
मामले को लेकर क्या बोले अखिलेश यादव?
वहीं, इस मामले को लेकर सपा प्रमुख ने आरिफ से पक्षी छीनने और उसे कानूनी नोटिस भेजने के लिए सरकार की आलोचना की. अखिलेश यादव ने कहा कि मैं इरफान सोलंकी से मिलने गया था, उन्हें महाराजगंज जेल में स्थानांतरित कर दिया गया. उन्होंने कहा कि सारस से मिला, तो उसे कानपुर चिड़ियाघर भेज दिया गया. मैं जिन लोगों से मिलता हूं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.
अखिलेश यादव ने कहा कि अब मैं हाई-प्रोफाइल लोगों से मिलने के बारे में सोच रहा हूं. उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सारस या हिरन की बजाय सांडों के लिए एक सफारी स्थापित करने का भी सुझाव दिया. अखिलेश यादव ने कहा कि अगर पक्षी को कानपुर से इटावा भेजा जाता है, तो मुझे खुशी होगी क्योंकि वहां काफी सारस हैं.
आरिफ के खिलाफ केस दर्ज कर दिया है नोटिस
वन विभाग के अधिकारियों ने आरिफ के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज किया है और नोटिस जारी किया है. हालांकि, अखिलेश यादव ने उम्मीद जताई कि सरकार इस मामले को बंद कर देगी और उस पर कोई जुर्माना नहीं लगाएगी, क्योंकि उसने सिर्फ एक घायल पक्षी की मदद की थी.
(एजेंसी)