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वाराणसी: एक साल से मां के शव के साथ रह रही थीं बेटियां, शक होने पर ऐसे खुला राज

पुलिस के मुताबिक महिला की दिसंबर 2022 में मौत हो गई थी, लेकिन उसकी बेटियों ने उसका अंतिम संस्कार नहीं किया और शव को मंदारवा इलाके में घर के एक कमरे में रख दिया और उसके साथ रहने लगीं. घटना की सूचना पाकर पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच शुरू कर दी है.

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पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है (प्रतीकात्मक तस्वीर)
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है (प्रतीकात्मक तस्वीर)

वाराणसी के लंका इलाके में हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां एक घर में दो बहनें अपनी मां के शव के साथ रहती हुई पाई गईं. महिला की मौत करीब एक साल पहले मौत हो गई थी. पुलिस के मुताबिक महिला की दिसंबर 2022 में मौत हो गई थी, लेकिन उसकी बेटियों ने उसका अंतिम संस्कार नहीं किया और शव को मंदारवा इलाके में घर के एक कमरे में रख दिया और उसके साथ रहने लगीं.

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न्यूज एजेंसी के मुताबिक घटना की सूचना पाकर पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच शुरू कर दी है. लंका स्टेशन हाउस ऑफिसर (एसएचओ) शिवाकांत मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि मदरवा, सामनेघाट निवासी उषा त्रिपाठी (52) की पिछले साल लंबी बीमारी के बाद मृत्यु हो गई. उनके पति ने दो साल पहले घर छोड़ दिया था और अपनी पत्नी की मृत्यु के बाद भी घर नहीं आए, जबकि उनकी दो बेटियां - पल्लवी त्रिपाठी (27) और वैश्विक त्रिपाठी (18) ने अपनी मां की मृत्यु के बाद शव का अंतिम संस्कार नहीं किया और उसे कमरे में बंद रखा. 

पुलिस अधिकारी ने बताया कि वे दोनों पिछले एक हफ्ते से घर से बाहर नहीं निकल रही थीं और उनका दरवाजा बंद रहता था. इससे पड़ोसियों को शक हुआ. पड़ोसियों ने दरवाजा खटखटाया लेकिन जब वह नहीं खुला तो उन्होंने पुलिस को इसकी जानकारी दी. सूचना के आधार पर पुलिस मौके पर पहुंची. जब घर का दरवाजा नहीं खुला तो पुलिस ने दरवाजा तोड़ दिया और कमरे के अंदर दाखिल हुई तो वहां शव पड़ा हुआ था. दोनों बेटियां भी उसी कमरे में बैठी मिलीं. पुलिस ने दोनों बेटियों को हिरासत में ले लिया है और घटना की जांच की जा रही है.

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