
ब्रिटेन की सेंट्रल लंकाशायर यूनिवर्सिटी के पुरातत्वविदों की टीम को एक प्राचीन गुफा की खुदाई में जो मिला, उसे देखकर सब दंग रह गए. पुरातत्वविदों की टीम को गुफा (हीनिंग वुड बोन केव) के अंदर से 11 हजार साल पुराने मानव अवशेष मिले हैं. यह गुफा ब्रिटेन के कांब्रिया में स्थित है. यूनिवर्सिटी के पुरातत्वविदों की यह खोज प्राचीन इतिहास को जानने में काफी मददगार साबित हो सकती है.
पुरातत्वविदों ने जिस गुफा की खुदाई की, यह चूना पत्थर से बनी है. सबसे पहले इस गुफा की खुदाई साल 1958 में खोजकर्ता ईजी होलैंड ने की थी. उस समय होलैंड को गुफा के अंदर से चार मानव अवशेष मिले थे.
इन अवशेषों की उम्र पता लगाने के लिए जब रेडियो कार्बन डेटिंग विधि का इस्तेमाल किया गया तो पता चला कि इन अवशेषों का संबंध शुरुआती कांस्य युग से हो सकता है. बता दें कि रेडियो कार्बन डेटिंग एक प्रकार की विधि होती है, जिसके जरिए खोज में प्राप्त अवशेषों की आयु निर्धारण करने में मदद मिलती है.
करीब 58 साल बाद 2016 में फिर शुरू की गई थी खोज
साल 1958 के बाद साल 2016 में एक बार फिर पुरातत्वविद इस गुफा में पहुंचे और खोज शुरू की. खोज में पुरातत्वविदों को कुछ जानवरों के अवशेष, पत्थर से बने हथियार, मिट्टी के बर्तन मिले थे.
अब साल 2022-23 में पुरातत्वविदों की टीम ने फिर से इस प्राचीन गुफा में खोज शुरू की. इस टीम को पुरातत्वविद मार्टिन स्टैबल्स लीड कर रहे थे. टीम को खोज के दौरान 11 हजार साल पुराने मानव अवशेष मिले हैं. इन अवशेषों का मध्यपाषाण युग से संबंध है.
इन अवशेषों से जुड़ी और जानकारी पता लगाने के लिए रेडियोकार्बन डेटिंग विधि का ही इस्तेमाल किया गया. इसके लिए यूनिवर्सिटी ऑफ नेवादा और पेंसिलवेनिया स्टेट यूनिवर्सिटी के रिसर्चरों ने मदद की.
तीन युगों में इस्तेमाल की गई है ब्रिटेन की यह प्राचीन गुफा
रिसर्च के दौरान पता लगाया गया कि इस गुफा का तीन अलग-अलग प्राचीन काल में शव दफनाने के लिए इस्तेमाल किया गया था. इन प्राचीन काल में 4 हजार साल पुराना शुरुआती कांस्य युग, 5500 साल पुराना पूर्व नियोलिथिक पीरियड और 11 हजार साल पुराना मध्यपाषाण युग शामिल हैं.
सेंट्रल लंकाशायर यूनिवर्सिटी के डॉक्टर पीटरसन ने कहा कि यह वाकई एक शानदार खोज है. उन्होंने कहा कि हमें यह बताने में काफी खुशी हो रही है कि जो खोज की गई है, यह 11 हजार साल पुरानी है. पीटरसन ने आगे कहा कि यह खोज इस बात का पक्का सबूत है कि उत्तर में भी ध्यपाषाण युग के समय की समाधियां मौजूद हैं.