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सितंबर में 92,150 करोड़ हुआ जीएसटी कलेक्‍शन, जुलाई के मुकाबले रहा कम

सितंबर महीने में सरकार ने 92,150 करोड़ रुपये का जीएसटी कलेक्‍शन किया है. इसमें 14,042 करोड़ रुपये केंद्रीय जीएसटी के तहत प्राप्‍त हुए हैं. वहीं, राज्‍य जीएसटी के तहत 21,172 करोड़ रुपये का जीएसटी कलेक्‍शन हुआ  है.

जीएसटी कलेक्‍शन जीएसटी कलेक्‍शन
विकास जोशी
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  • 25 अक्टूबर 2017,
  • अपडेटेड 11:12 AM IST

सितंबर महीने में सरकार ने 92,150 करोड़ रुपये का जीएसटी कलेक्‍शन किया है. इसमें 14,042 करोड़ रुपये केंद्रीय जीएसटी के तहत प्राप्‍त हुए हैं. वहीं, राज्‍य जीएसटी के तहत 21,172 करोड़ रुपये का जीएसटी कलेक्‍शन हुआ.

जुलाई से कम और अगस्‍त से ज्‍यादा रहा कलेक्‍शन

जीएसटी लागू होने से अब तक जीएसटी कलेक्‍शन 90 हजार करोड़ रुपये के आसपास ही बना हुआ है. जूलाई में जहां सरकार ने 95 हजार करोड़ रुपये का जीएसट कलेक्‍शन किया. अगस्‍त में यह घटकर 91 हजार करोड़ रुपये पर आ गया. सितंबर में जीएसटी कलेक्‍शन जुलाई के मुकाबले जहां कम है. वहीं, अगस्‍त के मुकाबले ज्‍यादा रहा.

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42.91 लाख कारोबारियों ने भरा टैक्‍स

वित्‍त मंत्रालय ने यह आंकड़ा जारी किया है. केंद्र सरकार ने सितंबर महीने में 42.91 लाख कारोबारियों से यह टैक्‍स कलेक्‍शन किया है. इंटीग्रेटेड जीएसटी कलेक्‍शन 48,948 करोड रुपये के करीब रहा. वहीं, आयात से 23,951 करोड़ रुपये का जीएसटी मिला.

23 अक्‍टूबर तक का है आंकड़ा

वित्‍त मंत्रालय ने बताया कि यह सितंबर महीने के लिए जमा किए गए जीएसटी का  23 अक्‍टूबर, 2017 तक का आंकड़ा है. कंपनसेशन सेस के तहत सरकार को 7,988 करोड़ रुपये जमा हुए हैं. इसमें आयात के कंपनसेशन से 722 करोड़ रुपये प्राप्‍त हुए हैं.

जेटली बोले, जीएसटी कलेक्‍शन बेहतर

जीएसटी कलेक्‍शन में कमी होने को वित्‍त मंत्री अरुण जेटली ने नकारा. मंगलवार को एक कार्यक्रम में उन्‍होंने कहा कि जीएसटी कलेक्‍शन कम नहीं हो रहा है, बल्‍क‍ि यह धीरे-धीरे बढ़ रहा है. महज तीन महीनों में यह 90 हजार करोड़ रुपये के पार पहुंचा है, यह एक सकारात्‍मक संकेत है.

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बढ़ रही है कारोबारियों की संख्‍या

उन्‍होंने कहा कि जीएसटी को लागू हुए अभी 3 महीने ही हुए हैं, लेकिन इस दौरान लगातार जीएसटी से जुड़ने वाले कारोबारियों की संख्‍या बढ़ रही है. जेटली ने कहा कि टैक्‍स की पिछली व्‍यवस्‍था से 70 लाख करदाताओं ने नई टैक्‍स नीति में खुद को रजिस्‍टर किया है. ये संख्‍या लगातार बढ़ती जा रही है. यह काफी अच्‍छा संकेत है. 

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