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ट्रंप ने स्टील पर लगाई 25% ड्यूटी, ट्रेड वॉर का खतरा बढ़ा

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पूरी दुनिया के विरोध को दरकिनार करते हुए स्टील और एल्यू‍मीनियम पर टैरिफ ड्यूटी लगा दी है. उन्होंने गुरुवार को इस संबंध में हुई घोषणा पर हस्ताक्षर कर दिए हैं.

यूएस प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप (FILE PHOTO) यूएस प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप (FILE PHOTO)
विकास जोशी
  • नई दिल्ली,
  • 09 मार्च 2018,
  • अपडेटेड 3:12 PM IST

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पूरी दुनिया की ट्रेड वॉर को लेकर जताई गई आशंका को दरकिनार करते हुए स्टील और एल्युमीनियम पर टैरिफ ड्यूटी लगा दी है. उन्होंने गुरुवार को इस संबंध में हुई घोषणा पर हस्ताक्षर कर दिए हैं. घोषणा के मुताबिक उन्होंने स्टील आयात पर 25 फीसदी और एल्युमीनियम आयात  पर 10 फीसदी की ड्यूटी लगाई गई है.  ये इंपोर्ट टैरिफ 15 दिनों के भीतर प्रभावी हो जाएंगे.

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यूएस प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप ने 1 मार्च को ही इसका संकेत दे दिया था कि वह स्टील और एल्युमीनियम आयात पर टैरिफ ड्यूटी लगाएंगे. अपने दावे के मुताबिक ही उन्होंने यह ड्यूटी लगाई है. हालांकि इस ड्यूटी से कनाडा और मेक्स‍िको को अलग रखा गया है. इसके साथ ही ट्रंप ने राष्ट्रीय सुरक्षा के आधार पर अन्य देशों के लिए भी दरवाजे खुले रखे हैं.

'कर रहा हूं राष्ट्र की सुरक्षा'

ट्रंप ने इस मौके पर कहा कि मैं विदेशों से आने वाले स्टील और एल्युमीनियम पर ड्यूटी लगाकर अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा को बेहतर बनाने का काम कर रहा हूं. उन्होंने कहा कि वह आने वाले समय में और भी ड्यूटी लगा सकते हैं. ट्रंप ने कहा कि जिन देशों में अमेरिकी कंपनियों के उत्पादों पर ज्यादा टैरिफ लगाया जाता है, तो वहां से आने वाले उत्पादों पर हम भी ज्यादा टैक्स लगाएंगे.

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रिपब्लिकन पार्टी के अध्यक्ष विलियम मैक‍िनले ने कहा कि अभी तक अमेरिकी राजनेताओं ने इन ड्यूटीज को न लगाकर देश में मैन्युफैक्चरिंग को घटाने का काम किया है. उन्होंने आरोप लगाया कि पिछली सरकार की नीतियों ने देश की कंपनियों और फैक्ट्र‍ियों को जंग लगा दिया.

ट्रेड वॉर की बढ़ी आशंका

ट्रंप के इस फैसले के बाद दुनियाभर में चिंता का माहौल पसर गया है. इससे ट्रेड वॉर की आशंका बढ़ गई है. चीन ने इसका पुरजोर विरोध किया है. चीन पहले ही कह चुका है कि ट्रेड वॉर कभी भी फायदेमंद नहीं होता. फ्रांस ने भी इसको लेकर नाराजगी जताई है. ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि ट्रेड वॉर का माहौल पैदा हो सकता है.

चीन पर क्या होगा असर

चीन दुनिया  का सबसे बड़ा स्टील निर्यातक देश है. ऐसे में वह भी जवाबी कार्रवाई कर सकता है. जवाब में वह भी अमेरिकी कंपनियों पर टैरिफ बढ़ाना शुरू कर सकता है. इससे माहौल और बिगड़ सकता है.

भारत पर इसका क्या असर?

भारत पर इसका ज्यादा असर नहीं होगा. दरअसल भारत के कुल एक्सपोर्ट में अमेरिका की हिस्सेदारी सिर्फ 2 फीसदी है.  हालांकि इस फैसले के बाद भारत में स्टील की सप्लाई बढ़ सकती है. विशेषज्ञों ने चिंता जताई है कि ट्रंप के ऐसा कदम उठाने से पहले जो स्टील अमेर‍िका जा रहा था, वह भारत में भेजा सकता है. ऐसे में भारत एंटी-डंपिंग ड्यूटी पर गौर करना होगा.

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क्या है ट्रेड वॉर

ट्रेड वॉर अर्थात कारोबार की लड़ाई दो देशों के बीच होने वाले संरक्षणवाद का नतीजा होता है.  यह स्थ‍िति तब पैदा होती है, जब कोई देश किसी देश से आने वाले सामान पर टैरिफ ड्यूटी बढ़ाता है. इसके जवाब में सामने वाला देश भी इसी तरह ड्यूटी बढ़ाने लगता है. ज्यादातर समय पर दुनिया का कोई भी देश यह कदम तब उठाता है, जब वह अपनी घरेलू इंडस्ट्री और कंपनियों का संरक्षण करने के लिए कदम उठाता है.  इस ट्रेड वॉर का असर धीरे-धीरे पूरी दुनिया पर दिखने लगता है. इसकी वजह से वैश्व‍िक स्तर पर कारोबार को लेकर चिंता का माहौल तैयार हो जाता है.

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