
लंबे समय से बंद पड़ी किंगफिशर एयरलाइंस को कर्ज देने वाले 17 बैंकों के समूह ने कर्ज वसूली के लिए ऋण वसूली न्यायाधिकरण (डीआरटी) जाने का फैसला किया है. दरअसल, विजय माल्या को यूनाइटेड स्प्रिट लिमिटेड (यूएसएल) का चेयरमैन पद छोड़ने और उससे संबंध तोड़ने के लिए 7.50 करोड़ डॉलर का पैकेज दिया गया है. बैंकों की इस राशि पर नजर है.
एक समझौते के तहत यूएसएल की होल्डिंग कंपनी डियाजिओ ने चेयरमैन पद छोड़ने के लिए माल्या को 7.50 करोड़ डॉलर (515 करोड़ रुपये) देने पर सहमति जताई है. सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'किंगफिशर को जो कर्ज दिया गया था, उसके लिए माल्या ने व्यक्तिगत गारंटी दी थी. इसलिए यह जो धन मिल रहा है जो माल्या को डियाजिओ से प्राप्त होगा, हमारा होगा.'
एक अन्य बैंक के अधिकारी ने कहा, 'हम अपना पैसा वापस पाने के लिए पूरा प्रयास कर रहे हैं. हम अपना धन वसूलने के लिये हर अवसर का लाभ उठाएंगे.'