
ये एक-दो दिन या एक-दो बरस की बात नहीं है. हजारों सालों से मोहब्बत नफरत के निशाने पर है, लेकिन आज भी ये मोहब्बत दिलों में जिंदा है. वर्ना बनाने वालों ने तो इसे लव जेहाद तक बना डाला था. एक मुस्लिम लड़के को एक हिंदू लड़की से प्यार हो जाता है, पर लड़की की शादी कहीं और तय हो जाती है. लड़का जहर खा कर जान दे देता है. इसके बाद अगली सुबह उसी लड़के की कब्र पर वही लड़की जहर खा कर लेट जाती है.
तीन साल पहले हुई थी दोनों की मुलाकात
यूपी के मुजफ्फरनगर के पुरकाजी इलाके का रहने वाला 25 साल के नौजवान दानिश और बरखा की मुलाकात तीन साल पहले हुई थी. फिर देखते ही देखते दोनों में प्यार हो गया. वक्त बीतता गया, प्यार और परवान चढ़ता गया. फिर दोनों ने एक-दूसरे से शादी का वादा कर जिंदगी भर साथ रहने की कसम खाई. ये भूल कर कि जिस समाज में वो जी रहे हैं, वहां दो अलग-अलग धर्मों के बीच मोहब्बत का रिश्ता मंजूर नहीं है.
कहीं और तय हो जाता है बरखा का रिश्ता
सोमवार को अचानक दानिश को पता चलता है कि बरखा का रिश्ता कहीं और तय हो गया है. इस खबर को सुनते ही दानिश टूट जाता है. वो जहर खा लेता है, पर जहर खाने से पहले वो आखिरी बार बरखा को फोन करता है और उसे बताता है कि वो उसके बिना जी नहीं पाएगा. इसलिए मरने जा रहा है और फिर वो सचमुच मर जाता है.
बरखा ने दानिश के जनाजे को पकड़ लिया
दानिश की मौत के बाद शाम को ही घरवाले पुरकाजी के कब्रिस्तान में उसे दफना देते हैं. मगर दफनाने से पहले जब दानिश का जनाजा घर से कब्रिस्तान की तरफ जा रहा था, तभी एक लड़की बदहवास पागलों सी रोती-चीखती जनाजा का पकड़ लेती है और बेतहाशा रोती जाती है.
दानिश की कब्र पर बेहोश मिली बरखा
इसके बाद घर वाले दानिश को दफना कर लौट जाते हैं, मगर अगली सुबह अचानक कब्रिस्तान में कोहराम मच जाता है. सुबह-सुबह दानिश की कब्र पर एक लड़की नीम बेहोशी की हालत में पड़ी मिलती है. पास में ही कुछ जहर की कुछ शीशी पड़ी थी. बाद में पता चलता है कि ये वही बरखा है, जो सोमवार शाम को दानिश के जनाजे में रो रही थी.
वक्त पर पहुंचने से बच गई बरखा की जान
इसके बाद फौरन पुलिस को खबर दी जाती है. पुलिस लड़की को लेकर अस्पताल पहुंचती है. सब कुछ वक्त पर हो गया, इसलिए लड़की की जान बच गई. बाद में पता चला कि बरखा दानिश की मौत के बाद पूरी रात रोती रही और फिर सुबह-सुबह उसकी कब्र पर जाकर जहर खा लिया. बरखा को यकीन था कि मोहब्बत कभी अपना वादा तोड़ती नहीं है और इसी यकीन ने उसे दानिश की कब्र तक पहंचा दिया था.