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मेट्रो में दीप्ति को 'किसी और' के साथ देख सनक गया मास्टरमाइंड, रच डाली साजिश

गाजियाबाद के एसएसपी धर्मेंद्र यादव ने कहा कि आरोपी देवेंद्र हिस्ट्रीशीटर है और कोर्ट में पेशी के दौरान कुरुक्षेत्र से भागा था. आरोपी ने राजीव चौक मेट्रो स्टेशन पर एक साल पहले दीप्ति को देखा था.

ब्रजेश मिश्र
  • गाजियाबाद,
  • 15 फरवरी 2016,
  • अपडेटेड 2:47 PM IST

स्नैपडील कर्मचारी दीप्ति सरना के अपहरण के मामले में पुलिस ने सोमवार पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर मामले का पर्दाफाश किया. पुलिस ने बताया कि मुख्य आरोपी देवेंद्र ने दीप्ति को मेट्रो में एक लड़के साथ देखा था, जिससे बाद वह उस लड़के को फंसाने की कोशिश में जुट गया.

एसएसपी धर्मेंद्र यादव ने कहा कि आरोपी हिस्ट्रीशीटर है और कोर्ट में पेशी के दौरान कुरुक्षेत्र से भागा था. आरोपी ने राजीव चौक मेट्रो स्टेशन पर एक साल पहले दीप्ति को देखा था. वह लड़की की खूबसूरती पर दिल दे बैठा. एक दिन उसने दीप्ति को मेट्रो में एक लड़के के साथ देखा था. जिससे वह परेशान हो गया.

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साथियों को नहीं बताया था असली मकसद
पुलिस का कहना है कि आरोपी ने एक साल में करीब डेढ़ सौ बार लड़की की रेकी की और आने-जाने के रास्तों पर गौर किया. आरोपी ने अपने साथियों को अंधेरे में रखा और बताया कि लड़की हवाला कारोबार से जुड़ी है. आरोपी ने पहले भी कई बार उसे ऑटो में बैठाने की कोशिश की थी लेकिन नाकाम रहा. लड़की दूसरी ऑटो में बैठकर घर निकली तो आरोपी ने दूसरा प्लान बनाया.

पढ़ें- दीप्ति अपहरण केस: 1 साल, 150 रेकी और मास्‍टरमाइंड का 'डर'

उसने साहिबाबाद लाल बत्ती के पास ऑटो पंक्चर करने की साजिश रची. उसने साथियों के साथ मिलकर प्लान बनाया और ऑटो पंक्चर करके उसकी सवारियां अपने ऑटो में बैठा लीं. कुछ दूर बाद उन्होंने ऑटो में बैठी दो लड़कियों को में से एक को चाकू दिखाकर उतार दिया और दीप्ति को लेकर आगे बढ़ गए. उन्होंने उसे पिस्तौल दिखाकर चुप रहने के लिए कहा और उसके मुंह में कपड़ा ठूंस दिया.

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पुलिस ने बरामद किया लड़की का बैग और मोबाइल
आरोपियों ने लड़की का बैग एक अंडरकंस्ट्रशन साइट पर दबा दिया और लड़की के फोन को कुचल दिया गया. पुलिस ने सारा सामना बरामद कर लिया है. आरोपी लड़की को लेकर आगे जा रहा था तभी ऑटो की सीएनजी हो गई जिसके बाद उसने अपने किसी भाई को फोन करके आई10 कार मंगाई.

पुलिस के मुताबिक, आरोपी ने लड़की को रातभर खेत में बैठाए रखा. खेतों के पास कार फंसने पर आरोपी ने नदी पार की और पैदल ही उसे लेकर अपने गांव पहुंचा. आरोपी ने अपने भाई को फोन करके डिस्कवर मोटरसाइकिल मंगाई और उसे अपने दोस्त के घर ले जाकर गया. जहां कोई नहीं रहता था.

लड़की से पूछे थे अश्लील सवाल
आरोपी ने लड़की को इस बात का भरोसा दिलाने की कोशिश की कि उसके साथी उसके साथ जबरदस्ती करना चाहते हैं, लेकिन वह उसे बचा रहा है. आरोपी ने लड़की के अश्लील सवाल भी किए थे. उसने लड़की को डराते हुए कहा था कि जिस दोस्त के साथ उसने उसे राजीव चौक पर देखा था वह सही नहीं है और उसे धोखा दे रहा है.

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हिटलर का दीवाना है आरोपी, याद कर रखी है बायोग्राफी
आरोपी ने लड़की को छोड़ने से पहले सवाल किया था कि दोस्त बनाकर जा रही हो या दुश्मन. आरोपी ने पुलिस से कहा कि उस पर इतने केस हैं अगर इश्क में भी एक केस हो गया तो क्या फर्क पड़ेगा. आरोपी ने बताया कि वह हिटलर की बायोग्राफी पढ़ चुका है और उससे काफी प्रभावित है. वह हीरो बनना चाहता था और लड़की से शादी करके नेपाल में बसना चाहता था.

शारीरिक उत्पीड़न की पुष्टि नहीं
पुलिस ने कहा कि जांच में लड़की से किसी तरह के शारीरिक उत्पीड़न की पुष्टि नहीं हुई है. घटना की वजह से लड़की मानसिक रूप से परेशान थी, जिसके चलते पुलिस ने एक दिन बाद उसका बयान दर्ज किया.

कई संदिग्धों के नंबर
पुलिस ने लड़की की मोबाइल लोकेशन के आधार पर एरिया में सक्रिय नंबरों की पड़ताल की और ट्रूकॉलर की मदद से आरोपियों की तस्वीरों तक पहुंची. युवती ने तस्वीरें पहचानी. लड़की ने कहा कि वह आरोपियों से पहले कभी नहीं मिली.

जानिए दीप्ति सरना की कहानी, पुलिस की जुबानी

10 फरवरी को लापता हुई थी दीप्ति
दीप्ति को बीते बुधवार रात करीब साढ़े आठ बजे गाज़ियाबाद के वैशाली मेट्रो स्टेशन से चार लोगों ने उस वक्त अगवा कर लिया था, जब वह ऑटो से अपने घर जा रही थी. उसके पिता नरेंद्र शर्मा ने मामले की शिकायत पुलिस से की थी. और फिर 36 घंटे बाद दीप्ति सही सलामत अपने घर वापस लौट आई थी. वह पानीपत में थी. दीप्ति ने पुलिस और परिवार को बताया था कि उसे किडनैपर्स ने खुद ही छोड़ दिया था.

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कई दिनों से कर रहा था पीछा
पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपियों में से एक का नाम देवेंद्र है. उसी ने पूरे घटनाक्रम की साजिश रची थी. हरियाणा का रहने वाला देवेंद्र कई दिनों से दीप्ति का पीछा कर रहा था और उसके आने-जाने के वक्त पर नजर रख रहा था. उसके साथियों को इस बात की जानकारी नहीं थी कि वे लोग दीप्ति को अगवा करने जा रहे हैं. उन्हें भी देवेंद्र ने धोखे में रखा और साजिश में शामिल कर लिया.

पढ़ें- दीप्ति सरना केसः अभी भी अनसुलझी है अपहरण की कहानी

CM तक पहुंच चुका है मामला
दीप्ति के अपहरण का मामला प्रदेश के सीएम अखिलेश यादव तक पहुंच चुका है, जिसकी वजह से पुलिस भी मामले में तेजी बरत रही है. दीप्ति के लापता होने पर यूपी के सीएम अखिलेश यादव ने खुद शीर्ष अधिकारियों को आदेश दिया था कि जल्द से जल्द मामले को सुलझाएं. सोमवार को पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू कर दी.

पुलिस को पहले से था शक
पुलिस को पहले से ही शक था कि दीप्ति के अपहरण में किसी नजदीकी का हाथ हो सकता है और यही वजह थी पुलिस लगातार दीप्ति के ऑफिस में काम करने वालों और उसके दोस्तों, जानकारों से पूछताछ कर रही थी. इसके अलावा उसके मोबाइल की कॉल डीटेल्स भी खंगाली गई.

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