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निर्भया के दोषियों को तिहाड़ के जेल नंबर 3 में किया शिफ्ट, यहीं है फांसी कोठी

निर्भया गैंगरेप मामले में मौत की सजा पाए चारों दोषियों को आज गुरुवार को तिहाड़ के जेल नंबर 3 में शिफ्ट कर दिया गया. जेल नंबर तीन में ही फांसी कोठी है. चारों दोषियों को जेल नंबर 3 में अति सुरक्षित सेल में अलग-अलग रखा गया है.

तिहाड़ जेल (फाइल) तिहाड़ जेल (फाइल)
अरविंद ओझा
  • नई दिल्ली,
  • 16 जनवरी 2020,
  • अपडेटेड 12:30 AM IST

  • दिल्ली सरकार नहीं चाहती कि फांसी होः निर्भया की मां
  • चारों दोषी अति सुरक्षित सेल में अलग-अलग रखे गए

निर्भया गैंगरेप मामले में मौत की सजा पाए चारों दोषियों को आज गुरुवार को तिहाड़ के जेल नंबर 3 में शिफ्ट कर दिया गया. जेल नंबर तीन में ही फांसी कोठी है. चारों दोषियों को जेल नंबर 3 में अति सुरक्षित सेल में अलग-अलग रखा गया है.

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कुछ समय पहले तक अक्षय और मुकेश तिहाड़ के जेल नंबर 2 में बंद थे और एक अन्य दोषी पवन को मंडोली जेल से निकालकर तिहाड़ की जेल नंबर 2 में शिफ्ट किया गया था. जबकि विनय जेल नंबर 4 में बंद था. अब सभी चारों दोषियों को तिहाड़ के जेल नंबर 3 में शिफ्ट कर दिया गया है जिसमें फांसी कोठी भी है.

इससे पहले गुरुवार को ही निर्भया गैंगरेप के दोषी मुकेश सिंह की याचिका पर सुनवाई करते हुए पटियाला हाउस कोर्ट ने चारों दोषियों की फांसी पर स्टे लगा दिया, जिसका मतलब है कि उन्हें अब 22 जनवरी को फांसी के फंदे पर नहीं लटकाया जाएगा.

दिल्ली सरकार ने आज कोर्ट में एक रिपोर्ट दाखिल की है जिसमें कहा गया है कि हमने मुकेश की अर्जी को खारिज कर एलजी के पास भेज दी है. अब कोर्ट ने जो विस्तृत रिपोर्ट मांगी है, उसमें सभी जानकारियों को दिल्ली सरकार और जेल अथॉरिटी को कोर्ट में देना होगी.

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शुक्रवार को दाखिल करनी होगी रिपोर्ट

नियमों के तहत जेल अधिकारियों को कोर्ट और राज्य सरकार को सूचित करना होगा कि दया याचिका दायर की गई है और फांसी की सजा को स्थगित करना है. जेल अधिकारियों को रिपोर्ट दाखिल करनी होगी कि जब तक राष्ट्रपति द्वारा निर्णय नहीं दे दिया जाता, तब तक कैदियों को फांसी नहीं दी जाएगी. यह रिपोर्ट शुक्रवार को अदालत के समक्ष दायर की जानी है.

इस बीच कोर्ट ने जेल अधिकारियों से निर्भया रेप मामले के दोषी अक्षय, विनय और पवन से जुड़े सारे कागजात और रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया है. कोर्ट ने कहा कि इस मामले में जेल अथॉरिटी एक विस्तृत रिपोर्ट दाखिल करे. कोर्ट इस मामले में शुक्रवार को दोबारा सुनवाई करेगा.

निर्भया की मां निराश

सुनवाई के बाद निर्भया के दोषियों की फांसी टल गई. कोर्ट के फैसले से निर्भया की मां आशा देवी नाराज हैं. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार नहीं चाहती है कि दोषियों को फांसी हो.

उन्होंने कहा, 'फांसी में हो रही देरी के लिए दिल्ली सरकार जिम्मेदार है. दोषियों को फायदा क्यों मिल रहा है. मेरी बेटी की हत्या हुए सात साल हो गए हैं, लेकिन आज भी मैं न्याय के लिए लड़ रही हूं. यह सरकार की गलती है. मैं एक कोर्ट से दूसरे कोर्ट जा रही हूं बस. मुझे क्यों सजा दी जा रही है.'

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