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योगी की पुलिस का अमानवीय चेहरा, पैरों से किया शव का मुआयना

दारोगा के कहने पर नाविक तो लाश का मुआयना हाथ से करता रहा, लेकिन खुद दारोगा अपने लातों से शव को छूता रहा. शव के साथ पुलिस की यह अमानवीयता बेहद शर्मनाक है.

UP पुलिस ने पैरों से किया शव का मुआयना UP पुलिस ने पैरों से किया शव का मुआयना
आशुतोष कुमार मौर्य
  • बस्ती,
  • 06 जनवरी 2018,
  • अपडेटेड 5:37 PM IST

उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पुलिस ने अमानवीयता की सारी हदें पार कर दीं. योगी की पुलिस नाव पलटने से डूबकर मृत व्यक्ति की लाश का मुआयना हाथों की जगह लातों से करती नजर आई. उमरिया चौकी के इंचार्ज मुनीश चंद्र दुबे शव के साथ बदलसलूकी करते रहे, जिसे वहां मौजूद सभी लोगों ने देखा.

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, दारोगा के कहने पर नाविक तो लाश का मुआयना हाथ से करता रहा, लेकिन खुद दारोगा अपने लातों से शव को छूता रहा. शव के साथ पुलिस की यह अमानवीयता बेहद शर्मनाक है. अपनी करतूतों से बाज न आने वाली यूपी की पुलिस एक मरे हुए इंसान के साथ भी सहानुभूति नहीं रखती.

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दरअसल पूरा मामला 28 दिसम्बर का है जब बस्ती जिले दुबौलिया थाना एरिया के पारा गांव में कुछ ग्रामीण नदी पार करने के दौरान नाव पलटने से डूब गए थे. जानकारी के मुताबिक, नाव में 25 के करीब यात्री सवार थे. 21 यात्रियों को तो ग्रामीणों की मदद से बाहर निकाल लिया गया था, लेकिन 4 ग्रामीण लापता हो गए थे.

करीब सप्ताह भर बाद शनिवार को पहली लाश मिली. लाश को एक नाविक ने देखा और अपनी नाव पर लादकर किनारे लेकर आया. सूचना पाकर स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन उमरिया चौकी के इंचार्ज मुनीश चन्द्र दुबे ने लाश के साथ बदसलूकी की सारी हदें पार कर दीं.

पंचनामा भरने के लिए दारोगा ने हाथ की बजाय लातों का इस्तेमाल किया. पंचनामा भरने की कार्यवाही पूरी करने के लिए इस पुलिस अधिकारी के कारनामे को लोग भी देखते रहे, लेकिन कोई भी इसका विरोध करने की हिम्मत नहीं उठा सका.

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