भारत में कोरोना से पीड़ित लोगों की संख्या 110 से पार हो चुकी है. दुनिया में कोरोना वायरस की वजह से अबतक 6000 से अधिक लोगों की मौत हुई है. जितनी तेजी से कोरोना फैल रहा है उतनी ही अफवाहें भी उड़ रही हैं. इन सभी को दूर करने के लिए एम्स के डायरेक्टर डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने 'आजतक' से खास बातचीत करते हुए कई ऐसे बेसिक सवालों का जवाब दिया है जिन्हें लेकर लोग कन्फ्यूज हो रहे हैं.
सवाल- कैसे फैलता है ये कोरोना वायरस?
जवाब- सबसे पहले आपको बता दें, कोरोना वायरस एक ह्यूमन वायरस है. ये वायरस जानवर से इंसान में आया है.
जिसके कारण से ये वायरस एक इंसान से दूसरे इंसान में ड्रॉपलेट्स से फैल रहा है. जैसे कोई खांसता है तो ये वायरस हवा में आ जाता और दूसरे व्यक्ति की श्वास नली के माध्यम से उसके अंदर चला जाता है. इसी के साथ ये वायरस कुर्सी, टेबल, हाथ, नाक, मुंह में बैठ सकता है. अगर आप किसी भी चीज तो छूते हैं तो वायरस वहां पर मौजूद हो सकता है.
सवाल- क्या नॉनवेज खाने से फैलता है कोरोना?
जवाब - नॉनवेज और अंडा खाने से ये वायरस नहीं फैलता. नॉनवेज और कोरोना वायरस का कोई लेना- देना नहीं है. नॉनवेज खाना चाहते हैं तो खा सकते हैं. ध्यान रहे वह अच्छे से पका हुआ हो.
सवाल- जुकाम, खांसी होने का मतलब कोरोना वायरस है?
जवाब- मौसम में लगातार बदलाव हो रहा है. ऐसे में बुखार, नजला जुकाम, खांसी, गले में खराश हो सकती है. ये कोरोना वायरस के लक्षण होने के साथ- साथ आम लक्षण भी हैं.
जिसे भी इस तरह के लक्षण हैं, उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है. वह ये न समझे कि वह कोरोना वायरस के शिकार हो गए हैं. ये आम फ्लू के लक्षण भी हो सकते हैं. जिसमें कोरोना वायरस से डरने की जरूरत नहीं है.
सवाल- किन्हें है सबसे अधिक कोरोना वायरस का खतरा?
जवाब- कोरोना वायरस इतनी खतरनाक बीमारी नहीं है. इससे बचा सकता है. इस वायरस से पीड़ित कई लोग ठीक हो चुके हैं. हालांकि ये वायरल बुजुर्गों को अपना शिकार जल्दी बना लेता है, क्योंकि उनकी इम्यूनिटी कम होती है. जिन बुजुर्गों को हार्ट प्रॉब्लम, ब्लड प्रेशर, शुगर जैसी बीमारी हैं. उन्हें इस दौरान ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है.
सवाल- कोरोना वायरस की वजह से तमाम जगहों पर जाने पर रोक लगा दी गई है, ऐसी स्थिति में क्या करें.
जवाब- अगर कोरोना वायरस को लेकर ग्लोबल डेटा देखें तो घबराना लाजिमी है, क्योंकि यूरोप, इटली, अमेरिका में केस तेजी से बढ़ रहे हैं. ऐसे में लोगों के मन में डर पैदा होना सामान्य बात है, लेकिन अगर हम भारत की बात करें तो यहां कोरोना वायरस के केस बढ़ रहे हैं, पर आहिस्ता- आहिस्ता. ऐसे में ज्यादा घबराने की बजाए ज्यादा सतर्क रहें.
साथ ही हम सभी को कुछ यात्राएं स्थगित कर देनी चाहिए. भीड़- भाड़ वाले इलाके में जाने से बचें. इसी के साथ अगर मार्किट में जाने की जरूरत है जाए और दिनचर्या के काम करते रहें. अपने हाथ धोते रहें. ये सबसे ज्यादा जरूरी है.
सवाल- कैसा खाना सबसे ज्यादा जरूरी है?
जवाब- आप जो भी खाएं ध्यान रखें वह हेल्दी हो. अच्छी खुराक लें, अपनी इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए अच्छी खुराक लें. ताजी फल-सब्जियां खाएं, लेकिन इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए कोई खास दवाई लेने की जरूरत नहीं है. यदि आप ऐसा कर रहे हैं तो इससे नुकसान आपको ही होगा.
सवाल - मास्क लगाना जरूरी है या नहीं?
जवाब- दो टाइप के मास्क होते हैं. पहला सर्जिकल मास्क और दूसरा N95 मास्क. सर्जिकल मास्क सब लोगों को लगाने की जरूरत नहीं है. जिन्हें जुकाम, खांसी है वह मास्क लगा सकते हैं, ताकि छींकते और खांसते समय इंफेक्शन न फैलें. जब आप मार्केट में जा रहे हैं तो इंफेक्शन को आगे फैलने से रोक सकते हैं. लेकिन अगर आपको जुकाम और खांसी नहीं है तो कोई मास्क लगाने की जरूरत नहीं है. बता दें, अभी तक कोई डेटा ऐसा नहीं जो ये बता सके कि मास्क लगाने से आपकी सुरक्षा होगी और कोरोना से पूरी तरह से बचा जा सकता है.
सवाल- किनके लिए मास्क लगाना जरूरी है?
जवाब- वो डॉक्टर जो कोरोना वायरस के पीड़ितों का इलाज कर रहे हैं उन्हें N95 मास्क लगाना अनिवार्य है. क्योंकि उन्हें इंफेक्शन होने के ज्यादा चांस रहते हैं. वहीं डॉक्टर के साथ नर्स और अस्पताल के कर्मचारियों को मास्क लगाना जरूरी है.