Advertisement

एजुकेशन

22 दिन के बच्चे को लेकर ड्यूटी पर पहुंची IAS अफसर, हो रही तारीफ

aajtak.in
  • 23 जुलाई 2020,
  • अपडेटेड 5:24 PM IST
  • 1/11

कोरोना संकट में महिला IAS ऑफिसर अहम भूमिका निभा रही हैं. आज हम ऐसी 5 IAS के  बारे में बताने जा रहे हैं जो कोरोना वॉरियर्स के रूप में काम कर रही हैं. जहां एक तरफ वह अपने बच्चे की देखभाल कर रही हैं, वहीं दूसरी तरफ देश की रक्षा में दिन रात लगी हुई हैं.

  • 2/11

Beela Rajesh

तमिलनाडु में IAS बीला राजेश  ने बागडोर संभाल रखी है. वह 1997 बैच के आईएएस अधिकारी हैं. वर्तमान में तमिलनाडु में हेल्थ सेक्रेटरी के रूप में कार्यरत  हैं.

  • 3/11

वह राज्य सरकार द्वारा नियुक्त 36 सदस्यीय आईएएस टीम का हिस्सा हैं जो वायरस से प्रभावित लगभग 33 जिलों की निगरानी करती है. वह 18 जून से कृष्णगिरि जिले को देख रही हैं.

Advertisement
  • 4/11

Tina Dabi


टीना डाबी को राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में ‘निर्मम नियंत्रण’ (ruthless containmen model) मॉडल  के माध्यम से कोरोना को फैलने से रोक रही हैं. इस मॉडल को तैयार करने का श्रेय इन्हें भी जाता है. आपको बता दें, जब देश में कोरोना अपने पैर फैल रहा था उस समय भीलवाड़ा को देश के पहले हॉटस्पॉट में से एक के रूप में बताया गया था. जिसके बाद यहां संक्रमण थामने का काम शुरू किया गय था. टीना डाबी  की टीम ने मिलकर दिन रात एक कर दिया था.


  • 5/11

टीना डाबी से जब एक इंटरव्यू में पूछा गया कि भीलवाड़ा प्रशासन ने कोरोना को कैसे मात दी?

इस सवाल पर  IAS ऑफिसर ने बताया था, 'पहले इस जगह को कोरोना हॉटस्पॉट बताया जा रहा था. यहां तक कि इसकी तुलना इटली से की जा रही थी. जो शर्मनाक बात है'.  टीना ने बताया, सबसे पहले टीम ने भीलवाड़ा के लोगों को आइसोलेट किया. उनका विश्वास जीतने की कोशिश की. ताकि उनमें हिम्मत बनी रहे. वहीं लोगों ने भी अधिकारियों द्वारा बनाए गए नियमों का पालन करना शुरू कर दिया था.

  • 6/11

Annies Kanmani Joy

एनीस कनमनी जॉय कर्नाटक के कोडागु जिले की डिप्टी कमीश्नर हैं. सीनियर ऑफिसर ने  जिले में वायरस के प्रसार को रोकने के प्रयासों के लिए उनकी प्रशंसा की है.


Advertisement
  • 7/11

साल 2012 में एनीस पहली ऐसी नर्स थीं जो IAS अधिकारी के रूप में चुनी गई थीं.  बता दें, वह चुनौतियों से डरती नहीं है. कुछ साल  पहले जिले में भूस्खलन और बाढ़ से निपटने में भी उन्होंने अहम भूमिका निभाई थी.

  • 8/11

Srijana Gummalla

कोरोना वॉरियर IAS सृजना के काम की तारीफ हर जगह हो रही है. सृजना ने कोरोना संक्रमण के दौरान अपनी मैटरनिटी लीव छोड़कर 22 द‍िन की बच्ची को लेकर नौकरी ज्वाइन की है.



  • 9/11

बता दें कि सृजना गुम्माला आंध्रप्रदेश कैडर की 2013 बैच की आईएएस अफसर हैं. उन्होंने आइएएस बनने से पहले अक्टूबर 2008 से सितंबर 2009 तक डॉ रेड्डी फाउंडेशन के साथ काम किया.

Advertisement
  • 10/11

Rajeshwari B

राजेश्वेरी बी,  दुमका, झारखंड की डिप्टी कमीश्नर हैं.  वह इन दिनों जरूरतमंदों की मदद करने और कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के उपायों को लागू करने के लिए काम कर रही हैं.

  • 11/11

आईएएस अधिकारी यह सुनिश्चित करते रहे हैं कि वृद्ध लोगों को उनके घर के दरवाजे पर आवश्यक वस्तुएं प्राप्त हों. उन्होंने 80 वर्षीय लक्ष्मी देवी की मदद की, जो एक निःसंतान विधवा थीं, जो गठिया से पीड़ित थीं और पैसों की कमी के चलते उनके पास भोजन तक नहीं था. 

Advertisement

लेटेस्ट फोटो

Advertisement