कोरोना वायरस (COVID-19) का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है. भारत में कोरोना वायरस पीड़ित लोगों की संख्या 100 के पार हो गई है. इसी बीच कोरोना वायरस को लेकर लोगों के कुछ सवाल हैं, जिसमें एक सवाल ये है कि इस वायरस से बचने के लिए कौन सा मास्क पहना सही होगा और मास्क को कब पहनना सबसे ज्यादा जरूरी है.
इसके बारे में ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (AIIMS) के डायरेक्टर डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने 'आजतक' से खास बातचीत की, जिसमें उन्होंने बताया कि कौन सा मास्क पहनना किसके लिए जरूरी है.
डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने बताया मास्क दो प्रकार के होते हैं. पहला- सर्जिकल मास्क, दूसरा- N95 मास्क.
किनके लिए जरूरी है सर्जिकल मास्क
डायरेक्टर ने बताया, कोरोना वायरस के दौरान हर कोई मास्क लगा रहा है, लेकिन सभी को सर्जिकल मास्क लगाने की जरूरत नहीं है.
कोरोना वायरस के डर से ज्यादातर लोग जब भी बाहर जाते हैं तो वह मास्क पहनते हैं, यहां तक कि लोग घर के अंदर भी मास्क लगा रहे हैं, लेकिन अभी तक ऐसा कोई आधिकारिक डेटा नहीं आया है जो ये बता सके कि मास्क लगाने से कोरोना से पूरी तरह से बचा जा सकता है और इससे पूरी सुरक्षा होगी.
अगर आपको जुकाम-खांसी है तो मास्क लगा सकते हैं, ताकि छींकते और खांसते समय इंफेक्शन न फैले. आप मास्क बाजार और पब्लिक ट्रांसपोर्ट में सफर करने के दौरान पहन सकते हैं, ताकि छींकते हुए ड्रॉपलेट्स के जरिए कोई इंफेक्शन न फैलें. यदि आपको जुकाम और खांसी नहीं है तो कोई मास्क लगाने की जरूरत नहीं है.
किसके लिए जरूरी N95 मास्क
N95 मास्क उन लोगों के लिए जरूरी है, जो अस्पताल में काम कर रहे हैं. ऐसे डॉक्टर्स जो कोरोना वायरस पीड़ितों का इलाज कर रहे हैं उन्हें मास्क लगाना अनिवार्य है. क्योंकि उन्हें इंफेक्शन होने के ज्यादा चांस रहते हैं.
बता दें, भारत में कोरोना वायरस के 100 से ज्यादा मामले सामने आए हैं. जबकि दो लोगों की मौत हो गई है. सबसे ज्यादा केस महाराष्ट्र से सामने आ रहे हैं.
हालात को देखते हुए कई राज्यों ने कोरोना को महामारी घोषित कर दिया है तो कई शहरों में धारा 144 लगा दी गई है. कोरोना वायरस के कारण जहां स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं. वहीं कई संस्थानों में अब कर्मचारियों को घर से काम करने को कहा गया है.