11 जून को राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख लालू प्रसाद यादव का 69वां जन्मदिन है. रात 12 बजे उन्होंने परिवार के साथ केक काटकर जन्मदिन मनाया. इस अवसर पर जानें कैसे लालू अपनी जिंदगीं में बने जीरो से हीरो और कैसे उनकी गलतियां और घोटाले उन्हें फिर हीरो से जीरो बनाने की ओर अग्रसर हैं. लालू यादव इस समय राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष हैं, उनके दो बेटे बिहार सरकार में मंत्री हैं जबकि बेटी मीसा भारती राज्यसभा की सांसद हैं लेकिन इसके बावजूद ये समय उनके लिए सबसे मुश्किल समय भी है.
लालू प्रसाद को शुरू से राजनीति का शौक था. अपनी पढ़ाई के दौरान ही 1970 में जब वो 22 वर्ष के थे तब ही उन्होंने राजनीति में प्रवेश कर लिया था.
उन्होंने अपनी स्कूल की पढ़ाई गोपालगंज से की है. इसके बाद उन्होंने अपनी कॉलेज की पढ़ाई पटना विश्वविद्यालय के बी एन कॉलेज से की. इसके बाद पटना यूनिवर्सिटी के लॉ कॉलेज से उन्होंने एलएलबी की डिग्री ली है.
ग्रेजुएशन के दौरान ही उन्होंने छात्र संघ के महासचिव पद पर रहते हुए काम किया.
लालू यादव ने अपनी सबसे पहली नौकरी बिहार के पशु चिकित्सा कॉलेज में एक क्लर्क के रूप में शुरू की थी. लेकिन ये उन्हें रास नहीं आई. वे राजनीति में आए और 1990 में बिहार के मुख्यमंत्री बने.
लालू ने अपनी बड़ी बेटी का नाम मीसा रखा है जो कि आंतरिक सुरक्षा रखरखाव अधिनियम के नाम पर था. ये अधिनियम आपातकाल के दौरान बहुत कुख्यात था और इंदिरा विरोधी नेता इसी के तहत जेल में रहे.
लालू जितनी जल्दी ऊंचाई पर चढ़े उतनी ही जल्दी वो नीचे भी गिरे. अक्टूबर 2013
में कोर्ट ने उन्हें चारा घोटाला मामले में पांच साल की सजा सुनाई. जिसका परिणाम ये हुआ कि उनकी लोकसभा की सदस्यता खत्म हो गई जबकि वे चुनाव लड़ने के काबिल भी नहीं रहे. एक तरह से लालू का ये सियासी वनवास था.
लालू अपनी सियासत से ज्यादा अपने हावभाव और बातचीत के लहजे को लेकर चर्चित हुए. वे अकेले ऐसे राजनेता हैं जिनकी सबसे ज्यादा मिमिक्री की गई. शब्दों के उच्चारण और अपनी अंग्रेजी को लेकर लालू मजाक का पात्र भी बनते रहे हैं.
2004 में लोकसभा चुनाव में एनडीए की करारी हार के बाद लालू यूपीए के शासन काल में गृह मंत्री बनना चाहते थे, लेकिन कांग्रेस के दबाव के बाद रेलमंत्री बनने को राजी हो गए. रेलमंत्री लालू के शासन काल में रेलवे ने काफी मुनाफा कमाया. इस मुनाफे ने सबको चकित कर दिया था. हालांकि विरोधी इस कायापलट को आंकड़ों की बाजीगरी भी करार देते हैं.