ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने और भारतीय जनता पार्टी के हाथ थामने पर बेटे ने कहा- पिता पर गर्व है, परिवार सत्ता का भूखा नहीं है'. आपको बता दें, होली के दिन ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस से इस्तीफा दिया, इसी के बाद बेटे ने ट्विटर पर अपना संदेश लिखा था. आइए ऐसे में जानते हैं कौन हैं ज्योतिरादित्य सिंधिया के बेटे और क्या करते हैं काम.
ज्योतिरादित्य सिंधिया के बेटे नाम महाआर्यमन हैं. वर्तमान में वह 24 साल के हैं.
महाआर्यमन ज्योतिरादित्य सिंधिया ग्वालियर के राजघराने की चौथी पीढ़ी से आते हैं. ज्योतिरादित्य सिंधिया के दो बच्चे हैं एक बेटा महाआर्यमन और एक बेटी अनन्या.
महाआर्यमन को जूनियर सिंधिया के नाम से जाना जाता है. आपको बता दें, वह कई बार भाषण दे चुके हैं. महाआर्यमन को उनकी राजनीति से जुड़ने की ट्रेनिंग देने की जिम्मेदारी उनकी मां प्रियदर्शिनी राजे निभा रही हैं. ऐसे में वह खानदान की सियासी विरासत की बारीकियां समझ रहे हैं.
उन्होंने अपनी स्कूली पढ़ाई दून स्कूल से की है. जिसे पूरी करने के बाद अपने पिता की तरह विदेश में आगे की पढ़ाई करने चले गए थे.
महाआर्यमन ने अमरीका के शिकागो की येल यूनिवर्सिटी में मैनेजमेंट की पढ़ाई की है. जिसके बाद वह राजनीति की ट्रेनिंग भी ले रहे हैं.
आपको बता दें, 13 साल की उम्र से ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने पिता के लिए प्रचार करना शुरू कर दिया था.
17 नबंवर 1995 को जन्मे महाआर्यमन पिता को बाबा महाराज और मां को अम्मा महारानी कहते हैं.
जिस तरह वह भाषण और जनता को संबोधित करते हैं उससे साफ झलकता है कि वह अपने माता- पिता की तरह राजनीति में काफी दिलचस्पी रखते हैं. यहीं नहीं ग्वालियर के लोग उन्हें युवराज कहकर पुकारते हैं. 2018 के विधानसभा चुनाव से लेकर 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान महाआर्यमन प्रचार करते नजर आए थे.
पिता के लिए क्या कहा महाआर्यमन ने
अपने पिता के लिए उन्होंने महाआर्यमन ने लिखा, ‘अपने लिए स्टैंड लेने के लिए मुझे अपने पिता पर गर्व है. एक विरासत से इस्तीफा देना आसान नहीं होता है. इतिहास इस बात की गवाही देता है कि मेरा परिवार कभी सत्ता का भूखा नहीं रहा है. हम भविष्य में मध्य प्रदेश और भारत को नई ऊंचाईयों पर ले जाएंगे.’
(सभी तस्वीरें फेसबुक से ली गई है)