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पति करता था कुकिंग, पढ़ाई करती थी पत्नी फिर बनी IAS टॉपर

aajtak.in
  • 21 दिसंबर 2019,
  • अपडेटेड 5:38 PM IST
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शादी के बाद अक्सर हम मान लेते हैं कि अब घर-गृहस्थी की जिम्मेदारियों में हमारे सपने कहीं खो गए हैं. लेकिन, अगर पति सहयोग की भूमिका में आ जाए तो पत्नी कुछ भी करके दिखा सकती है. नौकरीपेशा काजल जावला की सफलता की दास्तां ऐसी ही एक पत्नी की कहानी है, जिसके पति ने साथ दिया तो उसने 28 रैंक पाकर यूपीएससी परीक्षा क्रैक करके आईएएस बन गई. आइए जानें कैसे की थी तैयारी.

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मेरठ की रहने वाली काजल बचपन में कभी डॉक्टर बनने का सपना देखती थीं.एक वीडियो इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि उनके टीचर और घर पर उनके पिता जी ने इसके बारे में बताया था. फिर 2012 में वो यूपीएससी की तैयारी के साथ साथ जॉब करने लगीं. आर्थि‍क परिस्थितियों के चलते उनके लिए ये जरूरी था.

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चार अटेंप्ट में रही फेल, पति ने बंधाया हौसला
काजल चार अटेंप्ट में भी यूपीएससी पास नहीं कर पाई. वो कहती हैं कि मैंने नौकरी के साथ वक्त निकालकर लगातार तैयारी की, लेकिन चार बार में सफलता नहीं मिली. लेकिन इसका जब मूल्यांकन किया तो समझ में आया कि इसके पीछे मेरी ही तैयारी में कमी है. साथ ही पति ने भी मेरा हौसला बढ़ाया और कहा कि तुम कर सकती हो.

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शादी के बाद तेज की तैयारी

वो बताती हैं कि साल 2016 में मेरी शादी हो गई. उस दौरान मैंने तय किया अब  मुझे तैयारी गंभीरता के साथ तैयारी शुरू कर देनी है. तभी जाकर किताबें लाई, पूरा सिलेबस समझा, स्ट्रेटजी तैयार की और पढ़ाई शुरू कर दी. फिर 2016 के बाद 2018 तक लगातार तैयारी की. मेन्स से लेकर इंटरव्यू तक पूरी तैयारी के बाद ही परीक्षा दी.

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शौक का साथ नहीं छोड़ा

वो कहती हैं कि वैसे तो हॉबी के लिए मुझे ज्यादा वक्त नहीं मिलता था. लेकिन खाली टाइम में मुझे कुकिंग पसंद है, वो ही करती थी. इसके अलावा मुझे लिखने का भी शौक है तो कभी कभार कागज पर मन की इच्छाएं और कोई दुख हुआ तो उसे लिख लेती हूं.

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बदली स्ट्रेटजी

साल 2017 में मेरे प्री में बहुत कम नंबर आए थे.मैंने तब महसूस किया कि जरूर मेरी स्ट्रेटजी में कमी है, फिर मैंने अपनी तैयारी की पूरी स्ट्रेटजी बदली. इसके लिए मैंने नोट्स बनाकर और सिलेबस को पूरी तरह समझकर तैयारी की.

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टाइम मैनेजमेंट थी चुनौती

मेरे सामने सबसे बड़ा चैलेंज ये था कि मेरे पास वक्त नहीं बचता था. मैं दिल्ली से गुड़गांव नौकरी करने जाती थी, जिसमें आने जाने में बहुत टाइम लग जाता था. मुझे तब लगता था कि कैसे तैयारी करूं. इसलिए मैंने टाइम मैनेजमेंट किया, रास्ते में खाली वक्त में भी मैं नोट्स से रिवीजन कर लेती थी. फिर जून 2018 में जाकर सफलता मिली.

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पति ने दिया पूरा साथ
काजल का कहना है कि शादी के बारे में लोग सोचते हैं कि शादी मतलब परेशानियां और मुश्किल. लेकिन मुझे मेरे पति से बहुत सहयोग मिला. मैं घर पहुंचती थी, इससे पहले मेरे पति आ जाते थे, वो घर का सारा काम करते थे. मैं घर आती थी वो पहले से कुकिंग करके रखते थे, मैं बस आके चपाती बनाती थी. उसके बाद रिलैक्स करती थी, जॉब के साथ साथ घर का पूरा काम उन्होंने देखा.

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इंटरव्यू की ऐसे की तैयारी

काजल ने बताया कि मैंने मेन्स के साथ साथ इंटरव्यू की तैयारी भी इस बार बहुत गंभीरता से की थी. जैसे अपने नाम काजल के मतलब से लेकर उसमें होने वाले कंपोनेंट तक सबको समझा था. मुझसे इंटरव्यू में जनरल नॉलेज के अलावा महिलाओं से जुड़े विषयों पर कई सवाल पूछे गए. उनका इंटरव्यू भी अच्छा रहा और उन्हें सफलता मिली.

फोटो: अपने पति के साथ काजल जावला
All Image: FACEBOOK

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