Advertisement

एजुकेशन

बीच में छोड़ी पढ़ाई, ऐसे ये लड़का बना 7,800 करोड़ की कंपनी का मालिक

aajtak.in
  • 27 फरवरी 2020,
  • अपडेटेड 5:58 PM IST
  • 1/10

OYO होटल्स के फाउंडर रितेश अग्रवाल को दुनिया के दूसरे सबसे कम उम्र के अरबपति बन गए हैं. 26 साल की उम्र में Hurun Global Rich List 2020 में उनकी संपत्ति 1.1 बिलियन डॉलर (7,800 करोड़) आंकी गई है. बता दें, पहले नंबर पर अमेरिकन मीडियापर्सनेलिटी और कॉस्मेटिक क्वीन काइली जेनर है. जिन्होंने 22 साल की उम्र में 1.1 बिलियन डॉलर कमाए हैं. आइए जानते हैं रितेश अग्रवाल के बारे में.

  • 2/10

रितेश के OYO Rooms में सॉफ्टबैंक ग्रुप, ग्रीनओक्‍स, सेक्‍यूइया कैपिटल और लाइटस्‍प्रेड इंडिया जैसी कंपनियों ने निवेश किया था. उन्होंने इसकी शुरुआत साल 2013 में की थी. 

  • 3/10

धीरे- धीरे रितेश का ये स्टार्टअप भारत से लेकर चीन, अमेरिका और यूरोप में फैलता गया. ओयो ने 2023 में दुनिया की सबसे बड़ी होटल चैन बनने का लक्ष्य निर्धारित किया है.

Advertisement
  • 4/10

माता- पिता चाहते थे इंजीनियर बने बेटा


रितेश के माता-पिता चाहते थे कि वो आईआईटी में दाखिला ले और भविष्य में इंजीनियर बने. रितेश भी कोटा, राजस्‍थान में रह कर आईआईटी एंट्रेस एग्‍जाम की ही तैयारियों में जुटे थे. लेकिन बाद में उन्‍होंने दिल्‍ली के इंडियन स्‍कूल ऑफ बिजनेस एंड फाइनेंस में एडमिशन लिया था लेकिन अपनी कंपनी शुरू करने के लिए कोर्स को बीच में ही छोड़ दिया.


  • 5/10

रितेश ने आईआईटी की तैयारी छोड़कर अपने बिजनेस की तैयारी शुरू कर दी. 19 साल के रितेश अग्रवाल महीनों घूमते और बजट होटल में रुकते, ताकि वहां की तमाम चीजों के बारे में जान सकें. अपने अनुभव के बल पर रितेश ने अपने पहले स्‍टार्ट-अप यात्रा की शुरुआत की थी.

  • 6/10

कुछ समय बाद रितेश ने एक वेबसाइट तैयार की थी, जहां सस्‍ते और किफायती होटल्‍स के बारे में जानकारी दी जाती थी. इस वेबसाइट का नाम रखा 'ओरावल'.

Advertisement
  • 7/10

धीरे- धीरे रितेश का महसूस हुआ कि नाम के चलते वेबसाइट को समझ नहीं पा रहे हैं. इसलिए उन्‍होंने साल 2013 में उसका नाम बदल कर OYO Rooms कर दिया.

  • 8/10

आपको बता दें, उन्हें फोर्ब्स इंडिया ने 'टायकूंस ऑफ टुमारो' की लिस्ट में शामिल किया था.

  • 9/10

उस वक्त उनकी उम्र 24 साल की थी, इसी उम्र में उन्होंने करोड़ों की कंपनी खड़ी कर दी थी. उनकी कहानी हम सबको प्रेरणा देती है.



Advertisement
  • 10/10

रितेश बचपन से ही तेज दिमाग के रहे हैं. आठ साल की उम्र में सॉफ्टवेयर कोडिंग करने, एशिया में विज्ञान की दिशा में काम करने वाले शीर्ष लोगों की सूची में शामिल होने और अब तक टॉप 100 भारतीय इंजीनियरिंग कॉलेजों पर लिखने के लिए उनकी विशेष पहचान है.

(सभी तस्वीरें फेसबुक से ली गई हैं)

Advertisement

लेटेस्ट फोटो

Advertisement