पाकिस्तान सरकार ने बलूचिस्तान के 200 साल पुराने एक गुरुद्वारे को 73 साल बाद सिख समुदाय को वापस लौटाया है. गुरुवार 23 जुलाई, 2020 को गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा में सिख समुदाय के लोग पूजा के लिए पहुंचे. बता दें कि 200 साल पुराना सिख मंदिर जो सात दशकों से मुस्लिम लड़कियों का स्कूल था, अब वापस मिलने के बाद पहली बार गुरुवार को यहां पाठ किया गया. तस्वीरों में देखें.
बलूचिस्तान में सिख समुदाय समिति के अध्यक्ष सरदार जसबीर सिंह ने इस कदम का
स्वागत किया है. उन्होंने इसे बलूचिस्तान में रहने वाले सिख समुदाय को सरकार
की ओर से उपहार बताया. वहां रहने वाली सिख कम्युनिटी सरकार के इस फैसले से काफी खुश है.
डॉन न्यूज ने रिपोर्ट में लिखा है कि प्रांत का सिख समुदाय इस बात से बहुत
खुश है कि हमारे प्राचीन गुरुद्वारे को पाकिस्तान की सरकार और बलूचिस्तान
हाई कोर्ट ने 73 साल बाद हमें सौंपा है. अब हम वहां अपना धार्मिक
क्रिया कलाप जारी रख सकते हैं.
गुरुवार को गुरुद्वारे में बड़ी संख्या में सिख समुदाय के लोग पहुंचे थे, और उन्होंने अपनी पूजापाठ- अरदास की. बता दें कि यहां पहले लड़कियों का काफी ख्याति प्राप्त स्कूल था जहां बड़ी संख्या में लड़कियां पढ़ती थीं. अब उन्हें दूसरे स्कूलों में पढ़ने को कहा गया है.