UPSC सिविल सर्विस परीक्षा के लिए हर साल लगभग 8-10 लाख अभ्यर्थी आवेदन करते हैं. इनमें से कुछ ही IAS, IPS, IFS तक सफर पूरा कर पाते हैं.
कोरोना वायरस के कारण फिलहाल UPSC की प्रीलिम्स परीक्षा और इंटरव्यू टाल दिए गए हैं. नई तारीख की घोषणा 5 जून को होगी. ऐसे में उम्मीदवारों के मन में परीक्षा को लेकर कई शंकाएं हैं जिनके बारे में हम बताने जा रहे हैं. आइए जानते हैं इस परीक्षा से जुड़ी अहम बातें.
सबसे पहले आपको बता दें, UPSC की परीक्षा 796 IAS पदों के लिए पूरे भारत में आयोजित की जाती है. इसमें उन उम्मीदवारों के लिए 24 आरक्षित भर्तियां शामिल हैं, जिन्हें बेंचमार्क डिसेबिलिटी (PWBD) श्रेणी वाले व्यक्ति के तहत वर्गीकृत किया गया है. यूपीएससी ने आधिकारिक नोटिस में विभिन्न सेवाओं या विभागों की एक लिस्ट बनाई गई है, जहां अंतिम चयन के बाद ऐसे उम्मीदवारों की नियुक्ति की जा सकती है.
यूपीएससी की परीक्षा को लेकर ज्यादातर उम्मीदवार आवेदन प्रक्रिया और फीस भुगतान को लेकर चिंतित होते हैं. यूपीएससी ने आवेदन पत्र ऑनलाइन upsc.gov.in पर जारी किया था. जिसमें आवेदन की प्रक्रिया बिल्कुल सरल है.
उम्मीदवारों को केवल परीक्षा के लिए आवेदन के लिए, डिटेल्स, डॉक्यूमेंट्स, फीस जमा करने की जरूरत होती है. बस यह सुनिश्चित करें कि कोई भी गलत जानकारी फॉर्म में न जाए. अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पीडब्ल्यूडी और महिला उम्मीदवारों के लिए लागू छूट के साथ 100 रुपये आवेदन फीस ली जाती है.
आवेदन प्रक्रिया के समापन के बाद, उम्मीदवार IAS परीक्षा के एडमिट कार्ड का इंतजार करते हैं. ये पहला डॉक्यूमेंट होता है जो सुनिश्चित करता है आप प्रीलिम्स की परीक्षा देने योग्य हैं. जो लोग अनजान हैं, उन्हें बता दें, यूपीएससी के तीन चरण होते हैं.
1. प्रीलिम्स
2. मेंस
3. इंटरव्यू
जो उम्मीदवार प्रीलिम्स परीक्षा पास करने में सफल हो जाते हैं उन्हें मेंस परीक्षा में शामिल किया जाता है. जिसके बाद शॉर्टलिस्ट हुए उम्मीदवारों का चयन इंटरव्यू के लिए होता है.
आवेदन प्रक्रिया खत्म होने और एडमिट कार्ड जारी होने के बाद प्रीलिम्स परीक्षा का आयोजन होता है. बता दें, इस परीक्षा में दो पेपर होते हैं, जिनमें से प्रत्येक पेपर 200 अंक का होता है. ये दोनों अनिवार्य हैं और केवल MCQ प्रकार के प्रश्नों से मिलकर बने होते हैं.
मेंस परीक्षा में हिस्सा लेने के लिए आपको जनरल स्टडीज में 33 प्रतिशत अंकों की आवश्यकता होती है. UPSC मेंस परीक्षा में दो योग्य पेपर और सात मेरिट-आधारित पेपर होते हैं.
मेंस परीक्षा के बाद शॉर्टलिस्ट हुए उम्मीदवारों का चयन इंटरव्यू के लिए किया जाता है. जिसके माध्यम से अंतिम नियुक्तियां तय की जाती हैं.
UPSC IAS 2020 की पूरी चयन प्रक्रिया को कवर करने के बाद 'minimum eligibility conditions' के बारे में भी पता होना चाहिए. भारतीय नागरिक होने के अलावा, UPSC में आवेदन करने के लिए उम्मीदवार के पास स्नातक की डिग्री भी होनी चाहिए. साथ ही उसकी उम्र 21 से 32 वर्ष के भीतर होनी चाहिए.
नियुक्ति के बाद, एक IAS अधिकारी को 50,000 रुपये से अधिक की बेसिक सैलरी दी जाती है. जिसके बाद करियर के उच्चतम स्तर पर, एक IAS अधिकारी का वेतन 2.5 लाख रुपये प्रति माह तक पहुंच सकता है.
UPSC की परीक्षा में अक्सर वैचारिक प्रश्न (conceptual questions) शामिल होते हैं जिनका उत्तर सही तरीके से नहीं दिया जा सकता है जब तक कि मौलिक अवधारणाएं स्पष्ट न हों. यह भी एक कारण है कि आवेदक IAS परीक्षा में प्रश्नों के प्रकार पर गहन रिसर्च करते हैं.