एक्ट्रेस ऋचा चड्ढा की अपकमिगं फिल्म मैडम चीफ मिनिस्टर 22 जनवरी को रिलीज होने जा रही है. फिल्म को लेकर जबरदस्त बज भी है और विवाद भी होने की तैयारी लग रही है.
मैडम चीफ मिनिस्टर को लेकर कई सारे विवाद देखने को मिल रहे हैं. फिल्म में दलित समुदाय को दिखाने के अंदाज से लेकर कहानी तक, कई ऐसे पहलू हैं जिस पर बहस शुरू हो चुकी है.
आलम ये हो गया है कि फिल्म की मेन लीड को जान से मारने की धमकी भी मिल रही है. ऋचा चड्ढा की जीभ काटने पर ईनाम तक रखा गया है. ऐसे में ये सवाल उठना तो लाजिमी है कि क्या मैडम चीफ मिनिस्टर का भी तांडव जैसा हाल होने वाला है.
इस समय सैफ अली खान की तांडव को लेकर पूरे देश में अलग ही लेवल का तांडव मचा हुआ है. कई जगह एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं और कई जगह विरोध प्रदर्शन भी होते दिख रहे हैं.
मालूम हो कि दोनों तांडव और मैडम चीफ मिनिस्टर राजनीति के इर्द-गिर्द घूमने वालीं कहानी हैं. दोनों ही फिल्मों में सत्ता पाने की चाहत दिखाई गई है. वहीं दोनों ही फिल्मों के कंटेंट को लेकर भी बवाल है.
एक तरफ तांडव में हिंदू देवी-देवताओं के अपमान की बात कही गई है, वहीं रिलीज से पहले ही मैडम चीफ मिनिस्टर को लेकर कहा जा रहा है कि फिल्म में दलित समुदाय की छवि को धूमिल करने की कोशिश रही है.
समानता तो वैसे इस बात को लेकर भी है कि दोनों तांडव और मैडम चीफ मिनिस्टर के कुछ स्टार्स ऐसे हैं, जिनकी विचारधारा मौजूदा सरकार के विरोध की मानी जाती है. जीशान ने अगर नागरिकता कानून का खुलकर विरोध किया था,तो वहीं ऋचा चड्ढा ने किसान आंदोलन को अपना समर्थन दिया है.
तांडव पर बवाल इसलिए भी देखने को मिला क्योंकि मेकर्स की करनी और कथनी में फर्क रहा. उन्होंने कहा जरूर कि कहानी सत्य घटनाओं से प्रेरित नहीं है, लेकिन किया उन्होंने इसके विपरीत. अब यही मैडम चीफ मिनिस्टर के साथ भी हो रहा है. मेकर्स मना कर रहे हें कि उनकी फिल्म मायावती की जिंदगी से प्रेरित नहीं है, लेकिन समाज के एक वर्ग की नजर में मेकर्स ने ऐसा कर दिया है. तो ये विवाद का मुद्दा बनता दिख रहा है.
वैसे क्योंकि तांडव राजनीती पर बनाई गई सीरीज थी, इसलिए उस पर सियासत भी जरूरत से ज्यादा होती दिखी और बड़े-बड़े नेताओं के बयान भी आते गए. ऋचा की मैडम चीफ मिनिस्टर भी यूपी की राजनीती पर रोशनी डालने वाली है. ऐसे में इस पर भी पार्टियों की तरफ टीका-टिप्पणी हो सकती है.