बॉलीवुड में जब भी गोल्डन पीरियड की बात की जाती है तो साल 1960 से 1985 के बीच की टाइमलाइन को जरूर याद किया जाता है. इस दौर में महानायक अमिताभ बच्चन ने भी एक से बढ़कर एक फिल्में दी हैं.
ऐसी ही एक फिल्म है सत्ते पे सत्ता जो साल 1982 में रिलीज हुई थी. राज सिप्पी के निर्देशन में बनी इस बेहतरीन फिल्म को अपने शानदार गाने, मजेदार सीन्स और खूबसूरत रोमांटिक लम्हों के लिए याद किया जाता है.
सत्ते पे सत्ता की खास बात ये रही कि उस जमाने में मेकर्स ने रोहित शेट्टी वाला काम कर दिया था. जो रोहित शेट्टी आज के दौर में गोलमाल जैसी मल्टी स्टारर फिल्में दे रहे हैं, उस जमाने में सत्ते परे सत्ता ने भी ये कर दिखाया था. एक ही फिल्म में अमिताभ बच्चन, हेमा मालिनी, रजनीकांत और श्रीदेवी जैसे कलाकार थे.
39 साल पहले बड़े पर्दे पर रिलीज हुई इस फिल्म से जुड़े कई ऐसे किस्से हैं जिन्हें जान आप भी हैरान रह जाएंगे. कहा जाता है कि इस फिल्म की लीड एक्ट्रेस को ढूंढने में मेकर्स के खूब पसीने छूटे थे.
इस फिल्म में पहले बतौर मेन लीड रेखा को लेने की तैयारी थी. लेकिन जितना विवादित अमिताभ का उनके साथ रिश्ता रहा था, उसे देखते हुए उनका साथ में फिल्म करना ठीक नहीं रहता.
इस वजह से मेकर्स ने फिर परवीन बाबी का रुख किया जिसके साथ अमिताभ ने आठ फिल्में की थीं. लेकिन क्योंकि तब तक परवीन ने फिल्मी लाइन छोड़ आध्यात्म की राह पकड़ ली थी, ऐसे में वे भी इस फिल्म का हिस्सा नहीं बन पाईं.
इसके बाद अमिताभ बच्चन के कहने पर सत्ते पे सत्ता के लिए हेमा मालिनी को चुना गया. लेकिन एक्ट्रेस का इस फिल्म की शूटिंग करना काफी मुश्कित साबित हुआ. शूटिंग के दौरान हेमा प्रेग्नेंट थीं, ऐसे में सेट पर उनका बहुत ज्यादा ध्यान रखने की जररूत रहती थी.
वहीं फिल्म के एक गाने ‘परियों का मेला है' में तो हेमा मालिनी का बेबी बंप भी साफ दिखाई दिया था. मेकर्स ने जरूर शॉल के जरिए उसे कवर करने की कोशिश की, लेकिन वो प्रयास ज्यादा सफल नहीं रहा.
मालूम हो कि शूटिंग के बाद और रिलीज से पहले हेमा मालिनी मां बन गई थीं. उन्होंने 2 नवंबर, 1981 को अपनी पहली बेटी ईशा देओल को जन्म दिया था.