
इंडिया टुडे कॉनक्लेव साउथ 2018 के एक महत्वपूर्ण सत्र में एक्ट्रेस गौतमी, खुशबू सुंदर, तापसी पन्नू और काजल अग्रवाल ने शिरकत की. इस सत्र का संचालन राजदीप सरदेसाई ने किया.
एक्ट्रेस और कांग्रेस की प्रवक्ता खुशबू सुंदर ने फिल्म इंडस्ट्री में कास्टिंग काउच पर बात करते हुए कहा कि मैं सिनेमा इंडस्ट्री के बीच ही पली बढ़ी हूं. जब मैं सात साल की थी, तब मैंने करियर शुरू किया था, अब मैं 47 साल की हूं. मेरा 40 साल का करियर है. मैं लकी हूं कि कभी ऐसे आदमी से सामना नहीं हुआ, जिसनें मेरे साथ छेड़छाड़ की या कभी मेरे सामने कोई प्रस्ताव रखा हो. लेकिन मैंने ऐसी कई कहानियां सुनी हैं, जिन्होंने मुझे हैरान कर दिया. इंडस्ट्री में ऐसा होता है, इससे इंकार नहीं किया जा सकता. मैं उन एक्ट्रेस के साथ खड़ी हूं, जो इसकी शिकार हुई हैं.
जब कास्टिंग काउच की शिकार हुई एक्ट्रेस, 5 प्रोड्यूसर्स से समझौते को कहा
तापसी पन्नू ने कहा कि मैं भी उन लकी पर्सन्स में से हूं, जो कभी काउस्टिंग काउच या इस तरह की किसी घटना का शिकार नहीं हुई. फिर चाहे साउथ इंडस्ट्री हो या फिर बॉलीवुड, लेकिन मैं ऐसी कई एक्ट्रेस को जानती हूं, जिनके साथ ऐसा हुआ है. ये आम बात है कि मैंने कई बार सुना कि 'अरे आपके साथ ऐसा हुआ'. कास्टिंग काउच फिल्म इंडस्ट्री में मौजूद है, ये रियलिटी है. एक्ट्रेस काजल अग्रवाल ने कहा, काउस्टिंग काउच न सिर्फ फिल्म इंडस्ट्री, बल्कि सभी इंडस्ट्री में है. राजनीति और कॉर्पोरेट सब जगह है. मुझे लगता है कि ये बहुत पर्सनल और चॉइस का मामला है.
कॉन्क्लेव साउथ 2018: साउथ इंडिया के राज्यों के साथ दौड़ेगी अर्थव्यवस्था: पुरी
क्या फिल्म इंडस्ट्री में पुरुषों का वर्चस्व है? इस सवाल पर एक्ट्रेस गौतमी ने अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि ये पुरुषों के वर्चस्व के ज्यादा आपकी अपनी जरूरत का मसला है. उस समय आपकी स्थिति और जरूरत क्या है, इस पर निर्भर करता है. न सिर्फ फिल्म इंडस्ट्री में बल्कि अन्य इंडस्ट्री में भी महिलाओं के साथ भेदभाव होता आया है. इस सवाल पर तापसी पन्नू ने कहा कि एक बार एक फिल्म के दौरान निर्देशक ने अचानक मेरे डायलॉग बदल दिए, जब मैंने इसका कारण पूछा तो डायरेक्टर ने कहा कि एक्टर ने ऐसा कहा था, इसलिए बदले गए. मैं ये सुनकर दंग रह गई. मेरे सामने कोई विकल्प नहीं था, मुझे फिल्म छोड़नी पड़ी. खुशबू ने कहा कि वे जब 16 साल की थी, जब अपनी पिता की गलती पर उनसे लड़ गई थीं.
खुशबू ने कहा, जिस तरह महिलाओं को बैकलेस होना, बिकीनी लुक पुरुषों द्वारा पसंद किया जाता है, उसी तरह महिलाएं भी मेल एक्टर को परदे पर पसंद करती हैं. मुझे नहीं लगता कि कोई महिला 'जोधा अकबर' में रितिक के बैक दिखाए जाने, फाइटिंग सीन, सिक्स पैक एब्स और मूव्स पर बिना मोहित हुए रही हो. मुझे लगा था कि ये वाकई गॉड ऑफ ग्रीक है. ये सिर्फ महिलाओं की बात नहीं पुरुषों के एक्सपोज होने की भी बात है.'