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पद्मावत: थिएटरों में तोड़फोड़ के बाद BookmyShow को भी धमकी

अब करणी सेना के निशाने पर फिल्मों के ऑनलाइन टिकट बुक करने की वेबसाइट BookmyShow है. करणी सेना ने इस वेबसाइट को धमकाया है कि फिल्म के टिकटों की बुकिंग बंद की जाए, वरना फिर कभी कुछ बुक करने लायक नहीं रहोगे.

फिल्म का विरोध करते करणी सेना के सदस्य फिल्म का विरोध करते करणी सेना के सदस्य
भारत सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 25 जनवरी 2018,
  • अपडेटेड 9:35 AM IST

संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावत के विरोध में करणी सेना ने कई राज्यों के थिएटरों और मॉल्स में तोड़फोड़ की है. इसके बाद अब उनके निशाने पर फिल्मों के ऑनलाइन टिकट बुक करने की वेबसाइट BookmyShow है. करणी सेना ने इस वेबसाइट को धमकाया है कि फिल्म के टिकटों की बुकिंग बंद की जाए, वरना वे कभी कुछ बुक करने लायक नहीं रहेंगे.

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करणी सेना के दो नेता लोकेंद्र सिंह कलवी और महिपाल सिंह मकराना हैं. कलवी कई राज्यों में जाकर वहां के सीएम से मिलकर फिल्म पर रोक लगाने की मांग कर रहे हैं तो मकराना जमीनी स्तर पर फिल्म के विरोध का नेतृत्व कर रहे हैं. फिल्म के विरोध के दौरान मैकडॉनल्ड्स और डोमिनोज में तोड़फोड़ को करणी सेना ने जायज ठहराया है. मकराना ने कहा है कि बहुराष्ट्रीय कंपनियों के साथ ऐसा ही होना चाहिए. उन्होंने कहा है कि ये कंपनियां राजस्थान के लोगों को अपने खाने से बीमार बना रही हैं.

मकराना ने पद्मावत के ऑनलाइन टिकट बुक करने पर BookmyShow को भी नतीजे भुगतने की धमकी दी है. इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक मकराना ने कहा है, 'हमने अपने दो लोगों को उनके ऑफिस भेजा था, लेकिन वहां कोई नहीं मिला, क्योंकि उनका सारा काम ऑनलाइन ही होता है. उनको पद्मावत के टिकट बेचना बंद कर देना चाहिए, वरना इसके बाद वे इसके बाद कुछ नहीं बेच सकेंगे.'

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अगर कोई राजस्थानी यह सोचता हो कि फिल्म में कुछ भी गलत नहीं दिखाया गया है और वह इस फिल्म को देखना चाहे तो, इस सवाल के जवाब में मकराना ने कहा कि ऐसे लोगों को राजस्थान में रहने का बिल्कुल हक नहीं है. इसके साथ ही मकराना ने कहा है कि अगर कभी यह फिल्म टीवी पर आई तो सब लोगों को अपने टीवी सेट भी बंद कर देने चाहिए.

फिल्म का सबसे ज्यादा विरोध राजस्थान में हो रहा है. यहीं, जयपुर का शानदार राज मंदिर सिनेमा हॉल अपनी भव्यता के लिए जाना जाता है. 53 साल पुराना यह सिनेमा हॉल पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से भी तारीफें लूट चुका है.

इस हॉल का ज्यादातर हिस्सा और झूमर शीशे का बना है. इसके मैनेजर किशोर काला ने कहा कि वह नहीं चाहते हैं कि उनका यह ऐतिहासिक सिनेमा हॉल करणी सेना के गुस्से का शिकार बने, इसलिए यहां पद्मावत फिल्म की स्क्रीनिंग नहीं की जा रही है. इस सिनेमा हॉल के दफ्तर के पास ही राजपूत सभा का भी दफ्तर है.

करणी सेना के मुखिया कलवी ने अपनी पिछली मीडिया कॉन्फ्रेंस में आशंका जताई थी कि या तो वह गिरफ्तार हो जाएंगे या उन्हें कत्ल कर दिया जाएगा. वैसे कुछ लोगों का कहना है कि कलवी और मकराना ने फिल्म के विरोध को अपने ईगो पर ले लिया है और अब वे गिरफ्तार होने के लिए उतावले हैं, ताकि कम से कम यह तो कह सकें कि जब तक वे बाहर थे, विरोध करते रहे. 

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