
मकर संक्रांति के दिन गंगा में नाव डूबने की घटना की जांच शुरू हो चुकी है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस घटना की जांच के लिए गठित दो सदस्यीय टीम ने मंगलवार को घटना स्थल का दौरा किया. करीब दो घंटे तक विस्तार से घटना का ब्यौरा लेने के बाद अधिकारियों ने कहा कि जांच को जल्दी ही पूरा कर लिया जाएगा.
जांच टीम का नेतृत्व आपदा प्रबंधन के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत और पटना के डीआईजी शालीन कर रहे हैं. प्रत्यय अमृत का कहना है कि हमने हर पहलु से जांच की है. घटना कैसे हुई, क्या परिस्थितियां रही होंगी. शालीन ने कहा कि जांच जल्दी ही पूरी कर ली जाएगी.
मकर संक्रांति की शाम पटना में गंगा के उस पार दियारे में पर्यटन विभाग ने पतंग उत्सव का आयोजन किया था साथ ही दही चूड़ा और खिचड़ी खिलाने के लिए लोगों को अखबार में विज्ञापन देकर बुलाया गया था. करीब 30 हज़ार लोग इस आयोजन में पहुंचे थे. लोगों को पटना की तरफ से ले जाने की व्यवस्था तो थी लेकिन दियारा से लौटने के लिए लोगों के पास विकल्प नहीं था. ऐसे में स्थानीय नाव से लोग हड़बड़ी में लौटने के लिए विवश थे. शाम का समय था और अफरातफरी का माहौल था. इसी में एक नाव डूबी जिसमें 24 लोगों की जान चली गई.
स्पष्ट है कि जिस पर्यटन विभाग ने कार्यक्रम आयोजित किया था उसी को इस दुर्घटना के लिए ज़िम्मेदार माना जाएगा. अब देखना ये है कि जांच कमिटी क्या रिपोर्ट देती है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सपष्ट कहा है कि किसी को बख्शा नहीं जाएगा. ना चेहरा देखा जायेगा ना ओहदा.