Advertisement

बिहार टॉपर कांड: मुख्य आरोपी बच्चा राय 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया

बच्चा राय को पुलिस ने शनिवार को वैशाली से ही गिरफ्तार किया था. बताया जा रहा है कि वह खुद ही आत्मसर्मपण करने आया था. बच्चा राय विशुन राय कॉलेज का प्रिंसिपल है.

बिहार बोर्ड टॉपर कांड के मुख्य आरोपी बच्चा राय को रविवार को कोर्ट के समक्ष पेश किया गया. अदालत ने उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. जबकि इससे पहले पुलिस की पूछताछ में उसने कई अहम खुलासे किए हैं.

शनिवार को पकड़ में आए बच्चा से पूछताछ के बाद एसआईटी ने रविवार को बिहार बोर्ड के पूर्व चेयरमैन लालकेश्वर प्रसाद के दो और करीबियों को हिरासत में लिया. बच्चा राय से छात्रों, बिहार बोर्ड और लालकेश्वर से जुड़े 60 सवालों पर पूछताछ की जा रही है.

Advertisement

कोर्ट के आदेश के बाद बच्चा राय ने एक बार फिर खुद को बेकसूर बताया. उन्होंने कहा, 'मैं कभी लालकेश्वर सिंह से नहीं मिला. मैंने सिटी एसपी को कैमरे के सामने अपना बयान दे दिया है. मैं कहीं छिप नहीं रहा था, मैं अपने बेटे से मिलने गया था. मैंने तो सरेंडरकिया है.' बच्चा राय ने कहा कि उन्हें कानून पर पूरा भरोसा है. पूरे मामले में उनके कॉलेज की कोई भूमिका नहीं है.

रूबी राय का किया बचाव
बच्चा राय ने इसके साथ ही पॉलिटिकल को प्रोडिकल साइंस बताने वाली आर्ट्स टॉपर रूबी राय का बचाव किया है. उन्होंने कहा, 'वह लड़की पहली बार कैमरे के सामने आई, इसलिए उसकी जुबान फिसल गई होगी' बच्चा राय ने पूरे मामले में टॉपर्स पर कार्रवाई पर भी सवाल खड़े किए. राय ने पूछा कि बोर्ड ने आखि‍र किस नियम के आधार पर टॉपर्स का टेस्ट लिया?

Advertisement

लालकेश्वर का बहुत करीबी था बच्चा राय
एसआईटी सूत्रों ने बताया कि बच्चा राय, लालकेश्वर का करीबी था और वो सीधे लालकेश्वर के चैंबर तक पहुंच जाता था. हालांकि पूछताछ में वह खुद को बेकसूर बता रहा है और सारे फर्जीवाड़े का ठीकरा लालकेश्वर प्रसाद के सिर पर फोड़ रहा है. बच्चा को पुलिस दोपहर बाद कोर्ट में पेश करेगी.

वैशाली में हुआ गिरफ्तार
बिहार में टॉपर कांड का मुख्य आरोपी बच्चा राय शनिवार को पुलिस को चकमा देकर आत्मसर्मपण करने आया था लेकिन पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. बिशुन राय कॉलेज के प्रिंसिपल बच्च राय की तलाश में पुलिस लगातार छापेमारी कर रही थी. लेकिन वह पुलिस के हाथ नहीं आ रहा था. गिरफ्तार किए जाने के बाद टॉपर कांड के मुख्य आरोपी अमित उर्फ बच्चा राय ने कहा कि वो बेकसूर है. उसने कहा कि लारकेश्वर का इस मामले से कोई संबंध नहीं है.

टॉपर बनाने के लिए लेता था 1 से 2 लाख रुपये
बच्चा राय के कारनामों से वैशाली के लोग तंग आ चुके थे. वह कहते हैं, 'बच्चा राय छात्रों को टॉप करवाने के लिए अनाप-शनाप रकम वसूलता था. वह इसके लिए 1 लाख से 2 लाख रुपये तक लेता था.'

'मार्कशीट और सर्टिफिकेट के लिए भी लेता था पैसे'
आरजेडी विधायक ने कहा था कि 'कई बार बच्चा राय बच्चों को मार्कशीट और सर्टिफिकेट नहीं देता था और इसके एवज में खूब बड़ी रकम वसूलता था. अगर कोई छात्र किसी की पैरवी पर आता तो भी बच्चा राय उससे एक्स्ट्रा पैसे चार्ज करता था.' हमें कई छात्रों और अभिभावकों से शिकायत मिली कि बच्चा राय उनकी मार्कशीट और सर्टिफिकेट नहीं दे रहा है.

Advertisement

'बच्चा राय से आरजेडी का कोई रिश्ता नहीं'
आरजेडी विधायक सुबोध राय ने उन दावों को खारिज किया, जिसमें कहा गया कि बच्चा राय पूर्व में आरजेडी का नेता रह चुका है. उन्होंने कहा, 'उसका आरजेडी से कोई संबंध नहीं रहा है. न ही आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद से ही कोई लिंक है.'

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement