
बिहार की नजर शराबबंदी कानून को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर टिकी थी. वहीं, इनके मंत्री की शराबबंदी कानून में रुची या दिलचस्पी को इस नजारे को देखकर सहज अंदाजा लगाया जा सकता है. एक तरफ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार में नए शराबबंदी कानून को लागू करने के बाद पत्रकारों से रुबरु होकर नए कानून की जानकारियां शेयर करने में लगे हैं, तो वहीं दूसरी ओर शराब विभाग के ही मंत्री जनाव अब्दुल जलील मस्तान इन सबसे बेखबर गहरी नींद में सो रहे हैं.
ऐसा लग रहा था मानो उन्हें इन सब चीजों से कोई सरोकार ही नहीं हो. सोये भी क्यों नहीं शराबबंदी को लेकर सारी जिम्मेवारी तो केवल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनें कंधे पर उठा रखी है. अब्दुल जलील मस्तान अकेले मंत्री नहीं जो नीतीश कुमार के पत्रकार सम्मेलन के दौरान सो रहे थे. जैसे ही कैमरे पर बगल में बैठे मंत्री तेज प्रताप की गई तो उन्होंने मंत्री अब्दुल जलील मस्तान की नींद भंग की.
ये वही मंत्री अब्दुल जलील मस्तान हैं, जिन्होंने एक दिन पहले बिहार में पर्यटकों के बारे में विवादित बयान दिया था. शनिवार को मंत्री अब्दुल जलील मस्तान ने कहा था कि बिहार को पर्यटकों से कुछ मिलता नहीं, बल्कि ये उल्टे बिहार की धरती को गंदा कर चले जाते हैं.