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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरह दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को 11 बजे जनता से बातचीत के लिए अपना टॉकशो लॉन्च कर दिया. 'Talk to AK' प्रोग्राम के जरिए केजरीवाल ने अपने कामकाज का रोडमैप दिखाया तो साथ ही केंद्र सरकार की नीतियों को भी आड़े हाथों लिया.
केजरीवाल ने कहा , 'अगर अच्छी नीयत वाली सरकार आ जाए तो सब कुछ अच्छा हो सकता है. हमने दिल्ली में बहुत सी चीजों से टैक्स हटा है. बच्चों के अच्छे भविष्य के लिए सरकारी स्कूल में 8000 क्लास रूम और 100 नए स्कूल बनवाए गए हैं.' उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार गरीब से गरीब बच्चे को एक अच्छा भविष्य देना चाहती है.
नो डिटेंशन पॉलिसी खत्म करे केंद्र'
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि नो डिटेंशन पॉलिसी जिसमें 9वीं तक के बच्चे पास हो जाते थे, यह हमारे देश के एजुकेशन सिस्टम के लिए खतरा है. उन्होंने कहा, 'मेरी केंद्र सरकार से गुजारिश है कि स्कूल में नो डिटेंशन पॉलिसी को खत्म किया जाए.'
विज्ञापन को लेकर उठे सवाल
एक शख्स ने कार्यक्रम के दौरान केजरीवाल से सवाल किया कि वे एक ओर इस बात का आरोप लगाते हैं कि मोदी सरकार उन्हें काम नहीं करने दे रही, दूसरी ओर बड़े-बड़े विज्ञापनों के जरिए यह बताया जा रहा कि दिल्ली में विकास कार्य तेजी से हो रहे हैं, ऐसे में यह दोतरफा रवैया क्यों?
'दिल्ली बदल रही है , ये सबको बताना जरूरी'
इसके जवाब में केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार जो कुछ भी काम कर रही है वह अपने प्रयासों से कर रही है. उन्होंने कहा, 'हमने जो काम किए हैं लोग उन्हें जाकर देख सकते हैं. कुछ भी गलत विज्ञापन नहीं किया जा रहा. मोहल्ला क्लीनिक जैसे व्यवस्था की तारीफ हर जगह हो रही है.' दूसरे राज्यों में छपने वाले दिल्ली के विज्ञापनों पर केजरीवाल ने कहा कि पूरा देश जानना चाहता है कि दिल्ली में क्या हो रहा है. दिल्ली में अच्छा काम चल रहा है, यह सबको बताना जरूरी है, जिससे हर जगह बदलाव आए.
'मैं कोई तानाशाह नहीं हूं'
केजरीवाल ने कहा कि मोदी सरकार उनसे बिना पूछे दिल्ली के अधिकारियों को दूसरे राज्यों में ट्रांसफर कर रही है. जो अधिकारी जरूरी योजनाओं और कामों में लगे होते हैं, उनका ट्रांसफर कर दिया जा रहा है, इससे विकास कार्यों में परेशान हो रही है. केंद्र सरकार की पावर है. लेकिन आपकी पावर का बेजा इस्तेमाल मत कीजिए. पूछ तो लीजिए. मैं कोई तानाशाह नहीं हूं कि जो मन में आया कर दिया. जनता के विचार आते हैं. 11 ऑफिसर ट्रांसफर कर दिए. सीसीटीवी कैमरे लगा रहा था और अच्छा काम कर रहा था. उसे ट्रांसफर कर दिया. आपका मकसद दिल्ली सरकार को डिस्टर्ब करने का है. देश के अंदर अच्छे लोगों की कमी नहीं है. जनता के बीच से अच्छे लोगों के हायर करेंगे.
उन्होंने कहा, 'हमारी सरकार जब आई थी तब करप्शन खत्म हो गया था. चार महीने तक करप्शन बंद था. 8 जून को केंद्र ने पैरामिलिट्री फोर्स भेज कर राज्य सरकार के इस विभाग (एंटी करप्शन ब्रांच) पर कब्जा कर लिया. मेरे पास एक भी ब्रांच नहीं. एंटी करप्शन ब्रांच का अब एक ही काम है. दिल्ली सरकार को तंग करना.'
बीजेपी की नीयत पर उठाया सवाल
केजरीवाल ने बीजेपी की नीयत पर सवाल उठाते हुए कहा अमित शाह और ओवैसी के बीच मीटिंग पर यतिन ओझा की चिट्ठी पर केजरीवाल ने कहा, ‘मुझे नहीं पता कि ये सच है या क्या है? लेकिन अगर ये सच है तो खतरनाक है.’
स्पोर्ट्स को बढ़ावा देने के लिए मिशन 100
केजरीवाल ने कहा, 'हमने खेल को बढ़ावा देने के लिए कई प्रोजेक्टस लॉन्च किए हैं. जो जमीन खाली पड़ी रहती थी वहां अब सरकारी स्कूल के बच्चों को फ्री ट्रेनिंग दी जाती हैं. सारे विधानसभा में कबड्डी का आयोजन किया. स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी लेकर आ रहे हैं. आप अगर चार साल भौतिकी पढ़ते हैं तो आपको उसकी डिग्री मिलती है. उसी तरह स्पोर्ट्स खेलने पर और उसकी शिक्षा लेने पर उसकी डिग्री दी जाएगी. मिशन 100 का प्रोग्राम है. जिसके तहत नेशनल और इंटरनेशनल लेवल पर खिलाड़ियों को तैयार करने के लिए ट्रेनिंग का सारा खर्चा दिल्ली सरकार उठाएगी. उनके ट्रेनिंग, पढ़ाई, ट्रैवल, रहने खाने सब का खर्च.
'पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने के लिए जनता से कराएं वोटिंग'
एक कॉलर ने सवाल किया कि क्यों न दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिए जाने को लेकर जनता के बीच वोटिंग करा ली जाए. इससे केजरीवाल भी सहमत दिखे. उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस और एमसीडी दिल्ली सरकार के हाथों में हो इस पर ओपिनियन पोल करवाएंगे. राजनीति में युवाओं की सहभागिता और वेस्ट मैनेजमेंट पर केजरीवाल ने कहा कि राजनीति में युवा बड़ी संख्या में भाग लें. हमने राजनीति को बदलने का जिम्मा उठाया है.
उन्होंने कहा कि सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट का मुद्दा बहुत बड़ा है. यहां बहुत बुरा हाल है, बहुत गंदगी है. दिल्ली की सफाई एमसीडी के पास है और इस वक्त वहां बीजेपी है. उन्होंने इसका बुरा हाल कर रखा है. मुझे उम्मीद है कि लोग वहां भी आम आदमी पार्टी को लेकर आएंगे. दिल्ली की आधी नालियां दिल्ली सरकार के पास है और आधी बीजेपी के पास. मैंने एजुकेशन, हेल्थ, बिजली, पानी में क्रांतिकारी काम किया. अगले साल जब सफाई की व्यवस्था जब हमारे हाथ में आएगी तब हम सब लोग मिलकर दिल्ली को साफ कर लेंगे.
विधायकों का वेतन बढ़ाया जाना बिल्कुल सही
विधायकों के वेतन को लेकर उन्होंने कहा कि तनख्वाह बढ़ाना बिलकुल सही है. हमारी सरकार बनी तब एक एमएलए की तनख्वाह 12 हजार रुपये थी. इसको बढ़ा कर हमने 50 हजार रुपये किया. 400 परसेंट बढ़ा दिया, ये हल्ला हो गया. हम उसको टेलीफोन और गाड़ी का खर्च देते हैं. परिवार के लिए 50 हजार देना कोई ज्यादा नहीं है. अगर मैं ये नहीं देता हूं तो उनको गलत काम करने के लिए बाध्य करूंगा. पंजाब, गुजरात, मध्यप्रदेश, हरियाणा को पार्लियामेंट्री सेक्रेटरी को पैसा दिया जाता है, हम इन्हें एक पैसा नहीं दे रहे हैं. ये ऑफिस ऑफ प्रॉफिट नहीं है.
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि टीचर्स को मोटिवेट करने की जरूरत है. हमने उनकी जिम्मेदारी तय की. उनको मोटिवेट किया. प्रिंसिपल और मुख्यमंत्री की मीटिंग कभी नहीं हुई थी. आईआईएम भेजे गए ट्रेनिंग के लिए. लार्ज स्केल पर एजुकेशन पर इन्वेस्टमेंट हो रहा है. काम करने का मजा आने लगा है. इसको पंजाब, गोवा, छत्तीसगढ़ में भी इम्पलिमेंट करेंगे.
डीयू में एडमिशन के लिए दिल्ली के लोगों को रिजर्वेशन मिलेगा क्या? इस सवाल पर केजरीवाल ने कहा, 'हमने बात की है. दिल्ली सरकार जिन कॉलेज को फंड देती है वहां कट ऑफ पर पांच फीसदी की छूट मिलेगी. लेकिन अभी यह लागू अभी नहीं होगा.'
सड़कों पर केजरी का MCD राग
खराब सड़कों से संबंधित पूछे गए सवाल पर केजरीवाल ने कहा, ‘60 फुट से अधिक चौड़ी सड़कों की प्रॉब्लम दिल्ली सरकार देखती है. 60 फुट से कम चौड़ी सड़के हैं वो एमसीडी देखती है.’
अगली बार कब बात करेंगें? इस सवाल के जवाब में केजरीवाल ने कहा कि महीने या डेढ़ महीने में दोबारा मिलेंगे. आपके कोई सुझाव हों तो जरूर भेजें. जितने भी मैसेज आए हैं उनके जवाब देंगे.