
दिल्ली में श्रमिकों की न्यूनतम मजदूरी बढ़ाने की अरविंद केजरीवाल सरकार के दावों को बीजेपी नेता विजेंद्र गुप्ता ने खोखला करार दिया है. दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुप्ता का कहना है कि नगर निगम चुनावों को देखते हुए दिल्ली सरकार को अब श्रमिकों की याद आई है.
श्रमिकों की न्यूनतम मजदूरी बढ़ाने के केजरीवाल सरकार के दावों पर प्रहार करते हुए हुए गुप्ता कहते हैं, 'सच्चाई यह है कि दिल्ली के लाखों श्रमिकों को पिछला तय न्यूनतम वेतन भी नहीं मिल पा रहा है. सबसे बुरी हालात निर्माण मजदूरों की है, जो अमानवीय परिस्थितियों में काम करते हुए अपना और अपने बच्चों का भविष्य बर्बाद कर रहे हैं.'
गुप्ता ने केजरीवाल दिल्ली सरकार से पूछा कि वह बताए राजधानी में कुल कितने श्रमिक कार्यरत हैं? अंतरराष्ट्रीय श्रमिक मानदंडों के अनुसार, क्या दिल्ली के श्रमिकों को वे सभी सुविधाएं दी जा रही है जिनके वे हकदार हैं?
विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि जो सरकार इस वर्ष के बजट प्रावधानों का 40 प्रतिशत धन भी विकास कार्यों पर नहीं खर्च कर पाई हो, उससे विकास और लोक कल्याण की उम्मीद करना बेकार है. दो साल बीत गए और सरकार ने सिर्फ खोखले वायदों और कभी न पुरे होने वाली लच्छेदार बातें कहकर दिल्ली की जनता को गुमराह करने का काम किया है.
इसके साथ ही वह कहते हैं, दिल्ली के लोगों को इस सरकार की असलियत अब पता चल गई है. वे अब आम आदमी पार्टी के झांसे में आने वाले नहीं हैं.