
मानसून के चलते दिल्ली-एनसीआर में लगातार हो रही भारी बारिश के बाद अब राजधानी में डेंगू और चिकनगुनिया का डर सताने लगा है. MCD द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक राजधानी में जनवरी से लेकर अब तक 118 डेंगू के मरीज सामने आ चुके हैं. वहीं डेंगू के 119 मरीज दिल्ली के बाहर के हैं और जिनका इलाज दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में चल रहा है.
चिकनगुनिया के 140 मामले
कुल मिलाकर अब तक अकेले दिल्ली में 237 डेंगू के मामले और चिकनगुनिया के 140 मामले सामने आ चुके हैं. हालांकि सरकारी आंकड़ों में अब तक डेंगू और चिकनगुनिया से किसी के मरने की रिपोर्ट सामने नहीं आई है.
बढ़ी दिल्ली सरकार की चिंता
राजधानी में मानसून शुरू हुए अभी ज्यादा वक्त नहीं हुआ है और बरसात का एक लंबा वक्त बाकी है. ऐसे में शुरुआती चरण में ही डेंगू और चिकनगुनिया के इतने ज्यादा मामले दिल्ली सरकार के लिए चिंता का सबब बन सकते हैं.
फिर से महामारी की आशंका
चिकनगुनिया के साल 2016 में अब तक सिर्फ एक मामला सामने आया था, लेकिन इस साल जुलाई के अंत तक 140 मामले दर्ज किए जा चुके हैं. एमसीडी द्वारा डेंगू और चिकनगुनिया के जारी आंकड़े राजधानी में फिर से महामारी की आशंका जता रहे हैं.
ज्यादा बारिश की वजह से बढ़े मरीज
जीवन अस्पताल के डायरेक्टर अरविंदर सभरवाल ने 'आज तक' से बातचीत में कहा, 'बारिश ज्यादा और जल्दी होने की वजह से डेंगू के मरीज हमारे अस्पताल में आना शुरू हो गए हैं. पिछले साल की तुलना में इस साल जुलाई के अंत से ही डेंगू के मरीज आने शुरू हो गए. ज्यादा बारिश की वजह से इस बार डेंगू के मामले बढ़ सकते हैं. चिकनगुनिया का कोई मामला हमारे अस्पताल में अभी तक नहीं आया है.'
विशेष वार्ड की व्यवस्था
दिल्ली सरकार का कहना है कि डेंगू और चिकनगुनिया की रोकथाम का मामला निगमों अधीन है और सरकार की भूमिका उचित इलाज करने की है. दिल्ली सरकार ने तमाम निजी अस्पतालों को डेंगू और चिकनगुनिया के लिए 30 फीसदी बेड आरक्षित करने के निर्देश दिए हैं. सरकारी अस्पतालों में डेंगू के लिए विशेष वार्ड की व्यवस्था की गई है. साफ-सफाई को लेकर हाई कोर्ट भी पिछले कई दिनों से निगमों को लताड़ लगा रहा है.
सरकार या निगमों की लड़ाई हो, चाहे संबंधित विभागों की लापरवाही, समय रहते अगर उचित कदम नहीं उठाए गए तो आने वाले वक्त में डेंगू और चिकनगुनिया दिल्ली पर एक बार फिर आफत ला सकती है.