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चारा घोटाला: दुमका कोषागार मामले में लालू के गवाह समेत 7 नए आरोपियों को समन

सात आरोपियों में बिहार के मुख्य सचिव और दुमका के तत्कालीन डीसी अंजनी कुमार सिंह, बिहार के पूर्व डीजीपी डीपी ओझा, तत्कालीन वित्त सचिव बीएस दुबे, सीबीआई के तत्कालीन इंस्पेक्टर अजय कुमार झा, बिहार विधानसभा के तत्कालीन वरीय पदाधिकारी एस झा के अलावा सप्लायर दीपक चांडक और एक अन्य गवाह शिवकुमार पटवारी हैं.

प्रतीकात्मक तस्वीर प्रतीकात्मक तस्वीर
सना जैदी/धरमबीर सिन्हा
  • रांची,
  • 07 मार्च 2018,
  • अपडेटेड 1:10 PM IST

चारा घोटाले से जुड़े दुमका कोषागार अवैध निकासी के मामले में रांची सीबीआई के स्पेशल जज शिवपाल सिंह ने मंगलवार को 7 नए आरोपियों के खिलाफ समन जारी किया है. इन सभी को 28 मार्च को सीबीआई कोर्ट में पेश होने को कहा गया है.

इन सात आरोपियों में बिहार के मुख्य सचिव और दुमका के तत्कालीन डीसी अंजनी कुमार सिंह, बिहार के पूर्व डीजीपी डीपी ओझा, तत्कालीन वित्त सचिव बीएस दुबे, सीबीआई के तत्कालीन इंस्पेक्टर अजय कुमार झा, बिहार विधानसभा के तत्कालीन वरीय पदाधिकारी एस झा के अलावा सप्लायर दीपक चांडक और एक अन्य गवाह शिवकुमार पटवारी हैं.

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दुमका कोषागार से अवैध निकासी का मामला

गौरतलब है कि डीपी ओझा लालू प्रसाद की ओर से गवाह हैं. हालांकि मामले की सुनवाई पूरी हो चुकी है और सीबीआई कोर्ट 15 मार्च को फैसला  सुनाने जा रही है. वरिष्ठ आईएएस अंजनी कुमार सिंह और सीबीआई के तत्कालीन इंस्पेक्टर अजय कुमार झा अभी सरकारी सेवा में हैं. इसलिए इनके खिलाफ अभियोजन स्वीकृति की जरूरत है. जबकि रिटायर्ड हो चुके अधिकारियों के खिलाफ अभियोजन स्वीकृति की जरूरत नहीं है. कोर्ट ने सीबीआई को 1 महीने में अभियोजन स्वीकृति लेने को कहा है.

रांची की जेल में बंद हैं लालू यादव

दुमका कोषागार के इस चौथे  मामले में लालू प्रसाद यादव , बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर जगन्नाथ मिश्र, पूर्व सांसद जगदीश शर्मा समेत  31 आरोपी हैं. लालू पर चारा घोटाले के 6 मामले दर्ज हैं, जिनमें तीन मामले पर सजा सुनाई जा चुकी है.

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गौरतलब है कि चारा घोटाला मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की एक विशेष अदालत में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद से जुड़े चौथे मामले की सुनवाई सोमवार को पूरी हो गई है. सजा सुनाने के लिए 15 मार्च की तारीख मुकर्रर की गई है. यह मामला दिसंबर 1995 से जनवरी 1996 के बीच दुमका कोषागार से 13.13 करोड़ रुपये फर्जी तरीके से निकालने का है.

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