Advertisement

भोजशाला विवाद: तनाव के बीच 25 मुस्लिमों ने अता की नमाज, शंकराचार्य नरेंद्रानंद ने दिया धरना

भोजशाला में पूरे दिन अखंड पूजा पर अड़े हिंदू संगठन और पूजा समिति ने भोजशाला के बाहर हवन करना शुरू कर दिया था. शहर काजी ने प्रशासन से मुस्लिम समुदाय की सुरक्षित नमाज की मांग की थी.

ब्रजेश मिश्र
  • इंदौर,
  • 12 फरवरी 2016,
  • अपडेटेड 3:04 PM IST

वसंत पंचमी के मौके पर मध्य प्रदेश के धार में भोजशाला में पूजा और नमाज को लेकर बढ़े तनाव और प्रशासन के पहरे के बीच 25 मुस्लिमों ने दोपहर एक बजे नमाज अता की. भोजशाला में इस दौरान हिंदुओं को रुकने की इजाजत नहीं थी. नमाज खत्म होने के करीब 20 मिनट बाद प्रशासन ने हिंदुओं को दोबारा पूजा शुरू करने की अनुमति दी.

Advertisement

भोजशाला में पूरे दिन अखंड पूजा पर अड़े हिंदू संगठन और पूजा समिति ने भोजशाला के बाहर हवन करना शुरू कर दिया था. शहर काजी ने प्रशासन से मुस्लिम समुदाय की सुरक्षित नमाज की मांग की थी. किसी तरह की अनहोनी से बचने के लिए 10 हजार सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है.

धरने पर बैठे शंकराचार्य
भोजशाला को लेकर ठने विवाद के विरोध में सुमेरु मठ के शंकराचार्य नरेंद्रानंद सरस्वती  ने धरना शुरू कर दिया है. शंकराचार्य का धरना सरकार के उस फैसले के खिलाफ है जिसमें मुस्लिमों को दोपहर में नमाज की अनुमति दी गई है.

एएसआई ने दिया है भोजशाला खाली करने का आदेश
एएसआई ने आदेश दिया था कि हिंदुओं को भोजशाला दिन में 12 से साढ़े तीन बजे तक खाली करनी पड़ेगी. जबकि शहर काजी ने सरकार पर उनके समुदाय से बात नहीं करने का आरोप लगाया है. प्रशासन ने धार को छावनी में तब्दील कर दिया है और ड्रोन कैमरों से पूरे इलाके पर नजर रखी जा रही है.

Advertisement

पुलिस अधिकारियों ने किया रिहर्सल
इन सब के बीच किसी भी परिस्थि‍ति से निपटने के लिए धार की भोजशाला में गुरुवार को पुलिस के अधिकारीयों ने रिहर्सल की. शहर के चप्पे-चप्पे पर पुलिस के जवान तैनात कर दिए गए हैं. हालांकि, भोज उत्सव समिति ने सरकार को दो टूक शब्दों में चेतावनी दी थी कि वो तो पूरे दिन अखंड पूजा करेंगे. समति के महामंत्री हेमंत दोराया ने कहा कि यदि सरकार नमाज करवाएगी तो कोई भी हिंदू अंदर प्रवेश नहीं करेगा.

उधर, पुलिस धार में हर आने-जाने वाले पर कड़ी नजर रख रही है. आईजी दिलीप आर्य ने बताया कि नमाज और पूजा के आयोजन के लिए 10000 से ज्यादा पुलिस बल तैनात किए गए हैं. भोजशाला के आसपास 150 मेटल डिटेक्टर लगाए गए हैं और कैमरे से नजर रखी जा रही है.

'भोजशाला न तो मंदिर है न ही वहां कोई मूर्ति'
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्वि‍जय सिंह ने कहा, 'भोजशाला में जहां वर्षों से नामज पढ़ी जाती है, वहां न तो कोई मंदिर है और न ही कोई मूर्ति. फिर वीएचपी और दूसरे हिंदू संगठन वहां किस आधार पर पूजा की बात कर रहे हैं.'

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement