
महाराष्ट्र के राजस्व मंत्री एकनाथ खडसे शनिवार को मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस से मुलाकात कर उन्हें अपना इस्तीफा सौंप दिया. सीएम आवास पहुंचे खडसे पर अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के साथ बातचीत करने के साथ ही जमीन सौदे में घोटाला का आरोप लग रहा है. मुख्यमंत्री फड़नवीस ने खडसे का इस्तीफा मंजूर कर राज्यपाल को भेज दिया है.
जानकारी के मुताबिक अमित शाह के कहने पर संगठन महामंत्री रामलाल ने शनिवार को फोन कर खडसे को इस्तीफा देने के लिए कहा था. खडसे के इस्तीफे का बीजेपी के फायरब्रांड नेता विनय कटियार ने स्वागत किया है. वहीं कांग्रेस प्रवक्ता संजय निरुपम ने खडसे पर मकोका लगाकर गिरफ्तार करने की मांग की है.
हैकर मनीष बांगले ने कहा- इस्तीफे के बाद तेज हो जांच
दाऊद इब्राहिम के कराची स्थित घर से खडसे के नाम रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर आए फोन से जुड़ा खुलासा करने वाले एथिकल हैकर मनीष भांगले ने कहा कि इस्तीफे के बाद जांच में तेजी आएगी. जलगांव पहुंचे भांगले ने कहा कि वह चाहते हैं कि एंटी नेशनल तत्वों के खिलाफ गहरी तहकीकात हो और दोषी को सख्त सजा मिले.
खडसे के साथ खड़ी है बीजेपी
खडसे के इस्तीफे के बाद महाराष्ट्र बीजेपी पूरी तरह उनके साथ खड़ी नजर आई. प्रदेश अध्यक्ष ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि बीते कुछ दिनों से खडसे पर बेबुनियादी आरोप लगाए जा रहे हैं. उन्होंने बीजेपी की परंपरा के मुताबिक मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. हमें यकीन है कि खडसे बेदाग होकर वापस लौटेंगे.
बीजेपी की परंपरा और नैतिकता के आधार पर इस्तीफा
वहीं खडसे ने कहा कि बीजेपी के साथ लगातार 40 साल तक जुड़कर काम करने और इमरजेंसी के दौरान पार्टी के काम में कई सारे उतार चढ़ाव देखे हैं. उन्होंने मीडिया ट्रायल से नाइत्तफाकी दिखाई. उन्होंने कहा कि जांच में जल्द ही वह पाक-साफ होंगे. नैतिकता के आधार पर हमने इस्तीफा दिया है.
पार्टी नेतृत्व खडसे के खिलाफ जांच पूरी होने तक उनका इस्तीफा चाहता था. खडसे पर बड़ी कार्रवाई को लेकर फड़नवीस ने गुरुवार शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उससे पहले बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात की.
सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री के साथ करीब 35 मिनट की बैठक में फड़नवीस ने साफ शब्दों में कहा कि खडसे के खिलाफ गंभीर आरोप हैं. यही नहीं, बताया जाता है कि सीएम ने पीएम से कहा कि मंत्री के खिलाफ पुख्ता सबूत भी पेश किए जा रहे हैं, वहीं लैंड डील का मामला कंफ्लिक्ट ऑफ इंटरेस्ट का है.
'जैसा निर्देश आएगा, हम अमल करेंगे'
अमित शाह के साथ बैठक के बाद फड़नवीस ने कहा कि उन्होंने सारे मामले पर सभी तथ्यों से पार्टी अध्यक्ष को अवगत करा दिया है. आगे का फैसला केंद्रीय नेतृत्व लेगा. उन्होंने कहा, 'जैसा निर्देश दिया जाएगा हम उस पर अमल करेंगे .' केंद्रीय नेतृत्व इस मामले में कोई जल्दबाजी भी नहीं दिखाना चाहता था.
हर स्थिति को समझने के बाद फैसला
गौरतलब है कि राज्य में गोपीनाथ मुंडे के निधन के बाद खडसे मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदार थे, लेकिन नेतृत्व ने फड़नवीस के नाम पर मुहर लगाई. इसके बाद से ही दोनों नेताओं में मतभेद रहे हैं. दूसरी ओर, खडसे पिछड़ा वर्ग से आते हैं.