
महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लागू होने के बाद भी राज्य में सरकार बनाने की कोशिशें लगातार जारी हैं. सरकार बनाने की कोशिशों के बीच शिवसेना से जुड़े सूत्रों का कहना है कि सरकार के गठन को लेकर शिवसेना के बड़े नेता जल्द ही दिल्ली में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे. हालांकि, पहले वर्ली से विधायक बने आदित्य ठाकरे को शिवसेना की ओर से सीएम बनाने की मांग उठ रही थी.
शिवसेना से जुड़े शीर्ष सूत्रों का कहना है कि सरकार बनाने को लेकर अगर कांग्रेस-राष्ट्रवादी कांग्रेस (एनसीपी) की ओर से कॉमन मिनिमिम प्रोग्राम (CMP) में अल्पसंख्यकों को शामिल किए जाने की बात होती है तो इस पर शिवसेना सहमत है. हम अल्पसंख्यक और बहुसंख्यक में विश्वास नहीं करते हैं. हम सभी भारत के नागरिक हैं.
हम मना लेंगेः सूत्र
शिवसेना से जुड़े सूत्रों का कहना है कि हम सभी चाहते हैं कि पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ही मुख्यमंत्री बनें. हम सभी उनको इस बात के लिए मना लेंगे. शिवसेना के शीर्ष नेता अगले कुछ दिनों में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात कर सकते हैं.
सूत्रों के अनुसार, सरकार के गठन को लेकर कॉमन मिनिमिम प्रोग्राम (CMP) में किसानों से जुड़ी समस्याओं, बेरोजगारी, सामाजिक न्याय और महिला सशक्तिकरण जैसे मामलों को शामिल किया जाना चाहिए.
सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस को सरकार में शामिल होना है. कोई अन्य तरीका गठबंधन पर काम नहीं कर सकता है. यह याद रखें कि हमने पहले ही कहा था कि कांग्रेस सरकार में सैद्धांतिक रूप से शामिल होने के लिए सहमत हो गई है.
उन्होंने यह साफ किया कि सरकार में रोटेशनल मुख्यमंत्रीत्व पद के लिए अभी तक किसी तरह कोई बात नहीं हुई है. सरकार के गठन में कम से कम एक महीने का समय लग सकता है.
इस बीच शिवसेना के सांसद संजय राउत ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से कहा कि वह उन्हें डराने या धमकाने की कोशिश न करें और शिवसेना को अपना राजनीतिक रास्ता चुनने दें. हम लड़ने और मरने के लिए तैयार हैं, लेकिन धमकी या जबरदस्ती की रणनीति को बर्दाश्त नहीं करेंगे.
बाला साहेब की कसम
शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है कि बीजेपी ने चुनाव से पहले रोटेशन सीएम की बात कही थी. इसके लिए राउत ने बाला साहेब की कसम खाई है. उन्होंने कहा कि जिस कमरे से बाला साहेब ने हमेशा हिंदुत्व को आशीर्वाद दिया, उस कमरे से हमेशा बाला साहेब ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आशीर्वाद देते रहे.संजय राउत ने कहा कि बाला साहेब के कमरे में बैठकर उद्धव ठाकरे और अमित शाह ने महाराष्ट्र की राजनीति पर चर्चा की थी. हमारे लिए वह कमरा मंदिर है. अगर कोई कहता है कि रोटेशनल सीएम पर बात नहीं हुई तो ये मंदिर, बाला साहेब और महाराष्ट्र का अपमान है. हम झूठ नहीं बोलेंगे, बाला साहेब की कसम खाकर. अगर आप इनकार कर रहे हैं तो बताइए बंद कमरे के अंदर क्या बात हुई थी.