
महाराष्ट्र मसले पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई जारी है. इस बीच शिवसेना, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेताओं ने सभी विधायकों का समर्थन पत्र राजभवन को सौंपा दिया है. समर्थन पत्र सौंपने कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण, एनसीपी विधायक दल के नेता जयंत पाटील, शिवसेना विधायक दल के नेता एकनाथ शिंदे, महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष बालासाहेब थोराट पहुंचे. इसके बाद अशोक चव्हाण ने मांग की कि बीजेपी बहुमत नहीं साबित कर पाएगी, इसलिए राज्यपाल को शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस को सरकार बनाने के लिए बुलाना चाहिए.
समर्थन पत्र के बारे में एनसीपी नेता जयंत पाटील ने कहा कि आज (सोमवार) सुबह 10 बजे एकनाथ शिंदे, बालासाहेब थोराट, अशोक चव्हाण, विनायक राउत, केसी पदवी और वे खुद राज्यपाल के पास गए और 162 विधायकों का समर्थन पत्र सौंपा.
इससे पहले एनसीपी के प्रवक्ता नवाब मलिक ने बताया, "तीन दलों के नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल राज्य में सरकार बनाने का दावा पेश करने राजभवन में है, क्योंकि राज्य में मौजूदा सरकार निश्चित रूप से गिरने वाली है."
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता ने भी कहा कि राज्य में फिर से राष्ट्रपति शासन नहीं लगाया जाना चाहिए और महा विकास आघाड़ी को सरकार बनाने का मौका मिलना चाहिए. एनसीपी प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल ने तीनों दलों के विधायकों के समर्थन पत्र राज्यपाल के कार्यालय को सौंप दिए हैं.
दिलचस्प बात यह है कि भारतीय जनता पार्टी ने भी अपनी तरफ से 170 विधायकों के समर्थन का दावा किया है, जिसमें एनसीपी, निर्दलीय और छोटे दलों के अलावा इसके अपने 105 विधायक शामिल हैं.(एजेंसी से इनपुट)