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अब हाजी अली दरगाह में एंट्री के लिए लामबंद हुआ स्वराज महिला संगठन

हाजी अली दरगाह में महिलाओं की एंट्री को लेकर भूमाता बिग्रेड के आंदोलन के बाद अब पुणे की स्वराज महिला संगठन की सदस्य भी लामबंद हो गई हैं. शुक्रवार को संगठन की महिलाओं ने हाजी अल दरगाह के बाहर जमकर विरोध प्रदर्शन किया. कड़ी सुरक्षा के बीच महिलाओं ने दरगाह में घुसने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया.

पुलिस ने स्वराज महिला संगठन की सदस्यों को दरगाह में घुसने से रोका पुलिस ने स्वराज महिला संगठन की सदस्यों को दरगाह में घुसने से रोका
अंजलि कर्मकार
  • मुंबई,
  • 07 मई 2016,
  • अपडेटेड 11:36 AM IST

हाजी अली दरगाह में महिलाओं की एंट्री को लेकर भूमाता बिग्रेड के आंदोलन के बाद अब पुणे की स्वराज महिला संगठन की सदस्य भी लामबंद हो गई हैं. शुक्रवार को संगठन की महिलाओं ने हाजी अल दरगाह के बाहर जमकर विरोध प्रदर्शन किया. कड़ी सुरक्षा के बीच महिलाओं ने दरगाह में घुसने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया.

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महिलाओं को मिले इबादत का समान हक
स्वराज महिला संगठन की वनीता गुट्टे के मुताबिक, सभी धर्मों में महिलाओं को पूजा पाठ और इबादत का समान अधिकार मिलना चाहिए. उनका मानना है कि जब पहले महिलाओं को हाजी अली में जाने की इजाजत थी, तो फिर अब क्यों उन्हें रोका जा रहा है? उन्होंने ये भी कहा कि कुरान में कहीं भी महिलाओं के दरगाह में प्रवेश पर कोई प्रतिबंध नहीं है.

 

तृप्ति ने की थी दरगाह में घुसने की कोशिश
गौरतलब है कि महाराष्ट्र के शनि शिंगणापुर मंदिर में एंट्री के बाद भूमाता ब्रिगेड की तृप्ति देसाई बीते महीने हाजी अली दरगाह में एंट्री के लिए पहुंची थी. दरगाह के बाहर पहुंचते ही उनके खिलाफ और उनके समर्थन में नारेबाजी शुरू हो गई थी. तृप्ति के साथ आधा दर्जन महिलाएं थीं. भीड़ के रुख को देखते हुए पुलिस ने तृप्ति को कार के भीतर ही रोक दिया था. तृप्ति ने सलमान, शाहरुख और आमिर खान से अपील की थी कि वो हाजी अली में महिलाओं की एंट्री पर अपना नजरिया साफ करें.

 

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