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सेना ने की अपील, नागरिक ना पहनें सैनिकों जैसी वर्दी

सेना ने लोगों से सैनिकों जैसी वर्दी न पहनने की अपील की है और दुकानदारों से भी कहा है कि वे ऐसे कपड़े न बेचें. पठानकोट एयरबेस पर सेना की वर्दी में घुसे आतंकियों द्वारा हमले के एक हफ्ते बाद ही सेना ने यह निशा-निर्देश जारी किया है.

नागरिक ना पहनें सैनिकों जैसी वर्दी नागरिक ना पहनें सैनिकों जैसी वर्दी
सुरभि गुप्ता
  • चंडीगढ़ ,
  • 09 जनवरी 2016,
  • अपडेटेड 2:04 PM IST

सेना की वर्दी पहन आतंकियों द्वारा पठानकोट हमले के बाद सेना ने नागरिकों से 'सेना की वर्दी' से मिलते-जुलते कपड़े ना पहनने की अपील की है. सेना ने दुकानदारों से भी अपील की है कि वे नागरिकों को इस तरह के कपड़े ना बेचें. सेना ने आतंकी हमलों से बचने और आतंकवाद के साथ मुकाबला करने के लिए आम नागरिकों को संबोधित एक ताजा दिशा-निर्देश में यह अपील की है.

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गैरकानूनी है आम लोगों का वर्दी पहनना
इस आधिकारिक अपील में कहा गया है कि सेना की वर्दी से मिलते-जुलते कपड़े बेचना और खरीदना कानून अपराध है. एक अधिकारी ने बताया, 'आम नागरिकों द्वारा ऐसे कपड़े पहनना गैरकानूनी है और इससे गलत संकेत जाता है.' अधिकारी ने आगे कहा, 'जो व्यापारी और दुकानदार सेना की वर्दी बेचने में दिलचस्पी रखते हैं, उन्हें स्थानीय सैन्य प्रशासन व अधिकारियों से संपर्क कर सेना की दुकानों व मान्यता प्राप्त जगहों में इन वर्दियों को बेचने की अनुमति मांगनी चाहिए. अनुमति मिलने के बाद ही उन्हें सेना की वर्दी बेचनी चाहिए. अनधिकृत लोगों को सेना की वर्दी बेचना गैरकानूनी है. यह दिशानिर्देश जनहित में जारी किया गया है और इसका मकसद आतंकी हमलों से सुरक्षा है.'

सेना की वर्दी से लोगों को गलतफहमी
सेना ने कहा है कि आम नागरिकों द्वारा सेना की वर्दी पहनने से आतंकियों को अपने मंसूबे पूरे करने में मदद मिल सकती है. सेना की वर्दी से लोगों को गलतफहमी हो सकती है और आतंकी-अपराधी इसका बेजा फायदा उठाकर देश को नुकसान पहुंचा सकते हैं. सेना ने सुरक्षाबलों और पूर्व सैन्यकर्मियों के परिवारों व रिश्तेदारों से भी अपील की है कि वे सेना की वर्दी या फिर इससे जुड़ा कोई भी सामान इस्तेमाल में ना लाएं. सेना ने पुलिस और प्रशासन से भी अपील की है कि वे इस नियम का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करें.

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युवा शुरू करें एक जन अभियान
सेना के प्रवक्ता ने कहा, 'हम देश के युवाओं से अपील करते हैं कि वे सोशल मीडिया के द्वारा इस विषय में अधिक-से-अधिक लोगों को जागरूक करें. युवा मिलकर सेना की वर्दी-उपकरण के गलत और बेजा इस्तेमाल के खिलाफ एक जन अभियान शुरू करें.' उन्होंने कहा कि सेना और पुलिस को सैन्य वर्दी पहनकर और कंधे पर बैग टांगकर घूम रहे संदिग्ध लोगों के बारे में जानकारी मिलती रहती है.

चौंकन्ना रहे आम जनता
पठानकोट में तो सैन्य कार्रवाई में सफलता मिली, लेकिन कई बार ऐसी भी वारदातें देखने को मिलती हैं, जहां आम नागरिकों द्वारा सेना की वर्दी के इस्तेमाल के कारण गलत संदेश जाता है और असुविधा की स्थिति पैदा हो जाती है. सेना ने आम जनता से आतंक के खिलाफ मोर्चे में सेना व सुरक्षाबलों का साथ देने की अपील की. सेना ने आम जनता से चौंकन्ना रहकर सेना व सुरक्षाबलों की मदद करने और किसी भी संदिग्ध वस्तु या व्यक्ति के खिलाफ तत्काल जानकारी देने की भी अपील की.

सेना के एक अधिकारी ने कहा, 'आम जनता को इस कारण जो असुविधा उठानी पड़ रही है, उसके लिए हमें खेद है, लेकिन लोगों की सुरक्षा व सलामती के लिए हमें ऐसे कदम उठाने की जरूरत है.' सेना ने लोगों से देशहित व जनहित में इन दिशा-निर्देशों का पालन करने की अपील की है.

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