
चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने शनिवार को कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में सभी मतदान केंद्रों पर वोटर वैरिफाइएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (VVPAT) का इस्तेमाल किया जाएगा. अरोड़ा ने कहा कि पिछले चुनावों में वीवीपैट मशीनों का इस्तेमाल सफल रहा है. इसके प्रभाव को ध्यान में रखते हुए भारत निर्वाचन आयोग 2019 के लोकसभा चुनाव में सभी मतदान केंद्रों पर 100 प्रतिशत VVPAT मशीन उपलब्ध कराएगा.
VVPAT एक ऐसी मशीन है जिससे उस पार्टी के चुनाव चिह्न वाली पर्ची निकलती है, जिसे मतदाता ने वोट दिया होता है. इससे यह सुनिश्चित होता है कि वोट उसी उम्मीदावर को गया है, जिसे मतदाता ने वोट दिया है. बाद में पर्ची एक बॉक्स में गिर जाती है और मतदाता इसे अपने घर नहीं ले जा सकता.
अरोड़ा अमृतसर, जालंधर, तरनतारन, कपूरथला, गुरदासपुर, होशियारपुर और पठानकोट जिलों के चुनाव अधिकारियों के साथ बैठक के बाद ये बात कही. बता दें कि लोकसभा चुनाव तो 2019 के अप्रैल-मई में होने हैं.
गौरतलब है कि देश के सभी बूथों पर VVPAT मशीनें 2019 चुनावों से पहले मुहैया कराने में देरी की रिपोर्ट को खारिज करते हुए हाल ही में चुनाव आयोग ने कहा था कि लोकसभा चुनावों में सभी बूथों पर वीवीपैट मशीनें उपलब्ध कराने के लिए 16.15 लाख वीवीपैट मशीनों का ऑर्डर दिया गया है. चुनाव आयोग लगातार मशीन के उत्पादन और वितरण पर नजर बनाए हुए है. लोकसभा चुनावों की तैयारी के लिए सभी मशीनें तय समय के भीतर मुहैया करा दी जाएंगी.