
राजस्थान के धौलपुर जिले की महिलाएं डर के साये में जी रही हैं. ग्रामीण घर के बाहर लठ्ठ लेकर पहरा दे रहे हैं. घरों के मुख्य दरवाजे पर हाथ के थापे लगाए गए हैं और नीबू-मिर्च टंगे हैं.
असल में धौलपुर जिले में महिलाओं की चोटी कटने की पांच वारदातें हो चुकी हैं. पहली वारदात बागथर गांव में हुई और दूसरी वारदात शहर के वाटर वर्क्स के पास हुई. इसके साथ ही पवेसुरा और नुनेहरा गांव में भी वारदातें हुई हैं. इन चोटी कटने की घटना के बाद लोगों में दहशत का माहौल है. वहीं, घटना के बारे में सुनकर सबसे ज्यादा बच्चे डरे हुए हैं.घटना के बाद लोगों ने घरों में तरह-तरह के टोने-टोटके शुरू कर दिए हैं. अधिकांश लोग घरों के बाहर हाथ के थापे, नीम के झोंके व नीबू और मिर्च टांगकर अपने डर को दूर करने की कोशिश कर रहे हैं. इसके साथ ही ग्रामीण अपने-अपने घरों के बाहर लठ्ठ लेकर पहरा दे रहे हैं. लोगों ने अपने घरों के मुख्य दरवाजों पर तरह-तरह के टोने-टोटके लगाए हैं.
चोटी कटने की घटना से पीड़ित एक महिला के पति होतम सिंह ने बताया कि रात को सोई उसकी पत्नी सुबह 6:30 बजे तक नहीं उठी. इसके बाद जब भाभी ने जब जगाया तो भी वह नहीं उठी. पत्नी के नहीं उठने पर उसे कई बार गाल में थप्पड़ भी मारे गए, लेकिन उसे होश नहीं आया. इस दौरान घर के सभी सदस्यों को पता चल गया था कि चोटी कटने की घटना हुई है. इसके बाद सभी महिला को लेकर जिला अस्पताल गए और दोपहर में उसे वापस घर लाए. पति होतम सिंह ने बताया कि इस संबंध में उसने थाने में कोई भी तहरीर नहीं दी है.
महिला अंगूरी ने बताया कि वह बीती रात को चारपाई पर घर के आंगन में सोई हुई थी, तभी अर्धनग्न हालत में आए अज्ञात व्यक्ति द्वारा उसकी चोटी काट दी गई. घटना के समय उसकी नींद खुल गई और वह चिल्लाने लगी तो अज्ञात व्यक्ति मौके से फरार हो गया.
दहशत से रात में घर से बाहर निकलना बंद
महिलाओं ने बताया कि रात को सोते समय भी डर का माहौल बना हुआ हैं. रात में लोग जल्दी ही घर में चले जाते हैं और रात में बाहर नहीं जाते हैं. सुबह लोग जल्दी उठ जाते हैं. इस घटना से बच्चे से लेकर बड़ों तक सभी सहमे हुए हैं. महिलाओं ने बताया कि बाल कटने की वारदातों से बचने के लिए हमने अपने घर के दरवाजों पर हाथ के थापे, नीम के झोंके व नीबू और मिर्च टांगे हैं, जिससे यह घटनाएं न हों. डर से बचने के लिए हमने यह सब कुछ किया हैं. एक ग्रामीण सुक्खन ने बताया कि चोटी कटने की वारदात को लेकर बहू-बेटियां शाम को घर में रहती हैं और हमें पहरेदारी करनी पड़ती हैं. महिलाएं रात को घर से बाहर नहीं निकलती हैं.
जिले के पुलिस उपाधीक्षक ने बताया कि एक 55 वर्षीय महिला के रात में बाल काटने की घटना सामने आई हैं, जिसकी जांच करवा कर सत्यता की जांच की जा रही हैं. पूछताछ करने पर महिला ने बताया कि रात में एक आदमी आया था और वह अचानक बाल काट कर भाग गया हैं.